55 लाख टन अनाज उत्पादन कर झारखंड बना आत्मनिर्भर
संसू,गम्हरिया:गम्हरियास्थितकृषिविज्ञानकेंद्रमेंआयोजितबैठकमेंकेंद्रकेप्रमुखअरविदमिश्रानेराज्यमेंकृषिउत्पादनसेसम्बंधितअद्यतनजानकारीदी।उन्होंनेबतायाकिराज्यमेंपहलेजहां28लाखटनअनाजकाउत्पादनकरताथा,वहींअब55लाखटनअनाजकाउत्पादनकरझारखंडआत्मनिर्भरबनचुकाहै।उन्होंनेकहाकिवर्तमानमेंझारखंड18से20प्रतिशतसिचितक्षेत्रमेंप्रवेशकरचुकाहैऔर28लाखहेक्टेयरक्षेत्रमेंएकफसलकीपैदावारहोरहीहै।जबकि12लाखहेक्टेयरभूमिमेंदोहराफसलउगायाजारहाहै।कुछक्षेत्रऐसेभीहैंजहांवर्तमानसमयमेंतीनफसललगाएजारहेहैं।बतायाकिझारखंडकेकिसानोंकोधानकेअलावाक्षेत्रकेवातावरणकेअनुसारफसललगानेकीजरूरतहै,जिससेवर्ष2022तककिसानोंकीआयदोगुनीहोसके।इसकेलिएसभीजिलोंकेकृषिविज्ञानकेंद्रलगातारप्रयासरतहै।उन्होंनेजमशेदपुरकेपटमदाक्षेत्रकाहवालादेतेहुएकहाकिअकेलेपटमदापूरेजमशेदपुरमेंसब्जीमुहैयाकरारहाहै।इसीप्रकारअन्यजिलोंकोभीइसदिशामेंपहलकरनेकीजरूरतहै,ताकिदूसरेजिलोंकेबड़ेकारोबारीयहांकीमंडियोंकीओरआकर्षितहोसके।साथही,मत्स्यपालन,बागवानीएवंपशुपालनकेक्षेत्रमेंराज्यआत्मनिर्भरहोनेकीओरअग्रसरहै।बैठकमेंबिरसाकृषिविश्वविद्यालयकेएसोसिएटडीनडीकेरूसिया,वरीयवैज्ञानिकडा.किरणसिंह,जिलाडेयरीविकासपदाधिकारीडा.शैलेशकुमार,जिलाकृषिपदाधिकारीविजयकुजूर,डा.देवाशीषमहतो,एलडीएमबीकेसिंह,डा.एसएसमुंडा,डा.पंकजसेठ,डॉ.लिलीकिस्पोट्टा,डॉ.दिलीपकुमाररजक,बीटीएमअंतिमाकुमारी,किसानसलाहकारसमितिकेअध्यक्षसोखेनहेम्ब्रम,चेतन,धनंजयकुमार,रोशनी,संजय,रंजनसमेतअन्यमौजूदथे।