बाबा कुशेश्वरस्थान को नहीं मिला पर्यटन स्थल का दर्जा

दरभंगा।चुनावकेवक्तविकासकीबातहोतीहैतोलोगसीधेतौरपरअपनीसमस्याओंकोरखतेहैं।लेकिन,भगवानकिसकेआगेसमस्याएंरखते।कुशेश्वरस्थानविधानसभाक्षेत्रकेअतिमहत्वपूर्णऔरमिथिलाकेलिएबाबाधामभोलेनाथकेधामकुशेश्वरस्थानकोपर्यटनस्थलबनानेकादर्जामिलनेमेंदेरीलोगोंकेजेहनमेंदर्ददेतीहै।स्थानीयलोगकहतेहैंबाबाकुशेश्वरस्थानसेआशीर्वादलेकरकईलोगआगेबढ़गए।लेकिन,विकासउसीस्थानकानहींहोसका।

यहांकेजनप्रतिनिधियोंकोकुशेश्वरस्थानकोपर्यटनस्थलबनानेकामुद्दाकेवलचुनावकेसमयहीयादआताहै।चुनावकेबादवेइसेभूलजातेहैं।इसबारकेचुनावमेंएकबारफिरयहविषयबड़ामुद्दाकेरूपमेंसामनेआयाहै।

दुनियाभरसेआतेहैलोग,मेहमानपंछियोंकोभीभाताहैइलाकाबतातेहैंकिबाबाकुशेश्वरनाथकोदर्शनकेलिएदेश-विदेशसेबड़ीसंख्यामेंश्रद्धालुसालोंभरआतेहैं।इसकेअलावाकुशेश्वरस्थानकेआसपासकेचौरमेंहरसालजाड़ेकेसमयविदेशोंसेबड़ीसंख्यामेंरंगबिरंगेमेहमानपक्षीभीआतेहैं।जानकारीकेअनुसारयहांइनपक्षियोंकाआना1857सेशुरूहुआ।यहसिलसिलालगातारजारीहै।खासकरशरदऋतुमेंयहांकेजलसतहोंपररंगबिरंगेपक्षियोंकीमनमोहकछटाकिसीपर्यटककोलुभानेकेलिएपर्याप्तहै।

1995मेंहुईथीपक्षीविहारकीघोषणा

बतातेचलेंकिवर्ष1995मेंकुशेश्वरस्थानकोपक्षीविहारघोषितहोनेकेबादयहांकेलोगोंमेंरोजगारकीसंभावनाएंजगी।लेकिन25वर्षगुजरजानेकेबादभीइसओरकिसीभीजनप्रतिनिधिनेध्याननहींदिया।नहींराज्यसरकारहीकोईठोसकदमउठासकी।पक्षीविहारघोषितहोनेकेबादशिवगंगाघाटपरलाखोंरुपएकीलागतसेवाचटावरकानिर्माणकियागया।ताकिइसवाचटावरपरचढ़करपर्यटकयहांकेचौरमेंकलरवकरतेमेहमानपक्षियोंकोदेखसके।लेकिन,कुशेश्वरस्थानपूर्वीप्रखंडवअंचलकार्यालयकेलिएइसवाचटावरकोबादमेंसुरक्षितकरदियागया।जानकारोंकीमानेंतोवर्डसेंचुरीघोषितहोनेकेबादयहांकेचौरके1800हेक्टेयरजमीनकेअधिग्रहणकीघोषणाभीकीगई।वनस्पतिविज्ञानकेविद्वानडॉ.विद्यानाथझासहितकईविद्वानबतातेहैंकिकुशेश्वरस्थानकोअगरपर्यटनस्थलबनायाजाएतोक्षेत्रकाचहुमुखीविकासहोगा।

पर्यटनस्थलकादर्जामिलनेसेबढ़ेगारोजगारकुशेश्वरस्थानकेपर्यटनस्थलकेरूपमेंविकसितहोनेकेसाथहीइसक्षेत्रमेंव्याप्तगरीबीएवंबेरोजगारीकीसमस्याबहुतहदतकदूरहोसकतीहै।इलाकाविकासकीराहपरहोगा।

अखिलेंद्रकुमारसिंह,बड़गांवकुशेश्वरस्थानकोपर्यटनस्थलकेरूपमेंविकसितकरनेकेमामलेमेंयहांकेजनप्रतिनिधिउदासीनहै।जिसकेकारणयहांकेलिएबनीमहत्वपूर्णयोजनासरकारीफाइलोंमेंधूलफांकरहीहै।

अशोककुमारयादव,सिमराहायहक्षेत्रकृषिप्रधानहै।हरसालबाढ़आनेसेयहांकेकिसानोंकोसिर्फएकमात्ररब्बीकीफसलसेहीसंतोषकरनापड़ताहै।अगरयहक्षेत्रपर्यटनस्थलकेरूपमेंविकसितहोगातोयहांरोजगारकेअवसरमिलेंगेऔरयहांकेकिसानखुशहालहोंगे।

पप्पूसिंह,मझिगाम।