बाढ़ हो या कोरोना कम नहीं हुआ असरीना का जज्बा
जागरणसंवाददाता,पूर्णिया।कामकाजीमहिलाएंकाघरहोयाबाहरकार्यसरलनहींहोताहै।कईमोर्चेपरसंघर्षकेबावजूदअपनेआदर्शऔरजिम्मेदारीकानिर्वाहनउन्हेंकरनापड़ताहै।जिलेकेबायसीप्रखंडमुख्यालयस्थितप्राथमिकस्वास्थ्यकेंद्रमेंकार्यरतएएनएमअसरीनाबास्केकीकहानीकुछइसीतरहकीहैं।
एएनएमअसरीनाबास्केकापहलापदस्थापनअनुमंडलीयअस्पतालबनमनखीथा।इसकेबादउनकाकईस्थानोंपरतबादलाहुआ।पूर्णियापूर्वपीएचसी,बड़हराकोठीकेबादबायसीपीएचसीकेअंतर्गतमालाहरिनतौरस्वास्थ्यउपकेंद्रमेंफिलहालकार्यरतहै।उन्हेंलेबररूमकाचार्जसौंपागया।उसकेबादमात्रउन्होंनेइसमेंआमूल-चूलपरिवर्तनकिया।एकमहीनेकेअंदर170महिलाओंकासंस्थागतऔरसुरक्षितप्रसवकरानेकारिकार्डबना।वर्तमानसमयमें500से600केसंस्थागतप्रसववहांअसरीनाकेप्रयाससेसंभवहोपारहाहै।स्वास्थ्यकेंद्रमेंपहलेप्रसवकरानेकेलिएआनेवालीऔसतनगर्भवतीमहिलाओंकोरेफरकियाजाताथा।लेकिनप्रशिक्षणलेनेकेबादसेआजतकयहांकिसीभीतरहकीप्रसवपीड़ितमहिलाओंकोस्थानीयस्तरपरहीप्रसवकरायाजारहाहै।एएनएमअसरीनाबास्केनेबतायाकिवैश्विकमहामारीकेदौरानबहुतसेस्वास्थ्यकर्मियोंकोकोरोनाहोगयाथा।जिसकारणअस्पतालमेंमरीजोंकीसंख्यामेंकमीआईथी।उसदौरानउन्होंनेकोरोनासंक्रमितगर्भवतीमहिलाओंकाभीसुरक्षितप्रसवकराया।बाढ़केसमयमेंभीपीएचसीपूरीतरहसेपानीसेलबालबभराहुआथा।उसवक्तश्रीपुरमल्लाहटोलीकेचोंचागांवसेएकगरीबबूढ़ीमहिलाअपनीगर्भवतीबेटीकाप्रसवकरानेकेलिएएम्बुलेंसमेंलेकरआईथी।तीनसेचारफीटपानीहोनेकेकारणगाड़ीसेनीचेउतारनहीपाईथी।तबजांचकेबादउन्होंनेएम्बुलेंसमेंहीउसकाप्रसवकराया।बाढ़मेंअसरीनाकीभूमिकाकीसभीप्रशंसाकरतेहैं।उसदौरानजबअस्पतालतकमेंपानीभरजाताहैउसदौरानउससमस्यासेजुड़तेहुएलोगोंकीसेवाकेलिएतत्पररहनाउनकेइच्छाशक्तिकोदर्शाताहै।