बची हुई प्रजातियों के संरक्षण की जरूरत

संवादसूत्र,जयनगर(कोडरमा):प्रखंडमुख्यालयस्थितसभागारमेंशनिवारकोझारखंडजैवविविधता पार्षदरांचीकीओरसेजनजागरणकेंद्रहजारीबागकेतत्वावधानमेंजैवविविधताप्रबंधनसमितिकेविस्तार कोलेकरएकबैठककाआयोजनकियागया।बैठकमेंसमितिकेसदस्योंकेलिएक्षमतावर्धनपरविस्तृतचर्चाकीगई।मौकेपरसुभाषप्रसादने कहाकिजैवविविधताजीवनऔरविविधताकेसंयोगसेनिर्मितशब्दहैजोआमतौरपरपृथ्वीपरमौजूदहै।उन्होंनेकहाकिजिसतरहआजभारतविश्वकप्रदूषणसेजूझरहीहैऔरकृषिक्षेत्रमेंउत्पादनकासंकटबढ़ताजारहाहैउससेजैवविविधताकामहत्वबढ़गयाहै।वही बैठककीअध्यक्षताकरतेहुएप्रमुखजयप्रकाशरामनेकहाकि हमेंजैविककृषिकेबढ़ावादेनेकेसाथहीबचीहुईप्रजातियोंकेसंरक्षणकीजरूरतहैक्योंकि50सेअधिकप्रजातियोंप्रतिदिनविलुप्तहोतीजारहीहै,यहभारतकेलिएचिताकाविषयहै।बैठकमेंजयविधाताप्रबंधसमितिकागठनकियागयाजहांअध्यक्षकेदारनाथयादवसचिवरामदेवरामकोबनाएगएजबकिसदस्यकेरूपमेंअर्जुनयादवदशरथसाहूचंदनपासवानअंजूदेवीदेवंतीदेवीकोबनायागयाबैठककेदौरानअध्यक्षकेदारनाथयादवनेबतायाकिसरकारके नियमावालीअनुसारजोभीकार्यकियाजाएगा,वहसदस्योंकेसहयोगसेपूरेपारदर्शिताकेसाथकियाजाएगा।मौकेपरसुरेशराम,रामेश्वरयादव,महेंद्रयादव,विनोददास,वीरेंद्रसिंहसहितकईलोगमौजूदथे।