बड़ी कठिन है बीहड़ के विद्यालयों की डगर

संवादसहयोगी,चकरनगर:बरसातकेमौसममेंबीहड़क्षेत्रकेविद्यालयोंकीराहशिक्षकोंकेलिएमुसीबतबनगयीहै।शिक्षककभीचारकिमीकाकच्चारास्ताबारिशमेंभींगकरबाइकमेंफंसीमिट्टीनिकालकर,तोकभीबीहड़मेंजानवरोंसेछिपतेछिपातेखारोंकेपानीकाइंतजारकरकेविद्यालयपहुंचतेहैं।शिक्षकोंनेप्रदेशसरकारसेसड़कबनानेकीमांगकीहै।

बीहड़क्षेत्रचकरनगरकेगांवकांयछीजानेकोसहीरास्तानहोनेकेकारणअंग्रेजभीक्रांतिकारियोंकोनहींढूंढपायेथे,लेकिनआश्चर्यकीबातयहहैकिउक्तरास्ताआजादीके70वर्षबादभीजसकातसहै।उदीभरेहमार्गसेउक्तगांवकाकरीबचारकिमीकाकच्चारास्ताहै।बरसातकेमौसममेंभीगनातोआमबातहोसकतीहै,लेकिनकच्चेरास्तेमेंबाइककेपहियोंमेंमिट्टीभरजातीहै,जिसेनिकालनासंभवनहींहोता।इसकेअलावाबीहड़केरास्तेमेंजंगलीजानवरोंकाभीभयरहताहै।इसक्षेत्रमेंतोतेंदुएकाफीसमयसेदेखेजारहेहैं।तीनदिनसेक्षेत्रमेंलगातारहोरहीबारिशमेंकांयछीकेशिक्षकमसक्कतकेबादविद्यालयपहुंचपारहेहैं।यहीनहींउक्तक्षेत्रकेविद्यालयबिरौनाबाग,तेलियनखोड़नकेअलावाअन्यविद्यालयोंकाभीयहीहालहै।इससमस्याकेचलतेकांयछीविद्यालयकेशिक्षकमनोजवर्मा,रामपूजन¨सह,सोहन¨सहआदिनेमुख्यमंत्रीसेउक्तक्षेत्रमेंविद्यालयोंतकसड़कमार्गबनवानेकीमांगकीहै।सैंक्चुअरीबनीसड़कमार्गोमेंरोड़ा

चकरनगरतहसीलकेबीहड़क्षेत्रकेकरीबआधादर्जनसेअधिकगांवोंमेंकच्चेरास्तेतोहैं,लेकिनसैंक्चुअरीकेअंड़गेसेडामरीकरणनहींहोपारहाहै।सैंक्चुअरीरेंजरसर्वेशभदौरियाकाकहनाहैकिसैंक्चुअरीक्षेत्रमेंबगैरपरमीशनकेकामनहींकियाजासकताहै।इसकेलिएसरकारकोविभागसेस्वीकृतिलेनीहीहोगी।सरकारेंपुलनिर्माणकेलिएतोस्वीकृतिलेलेतीहै।लेकिनएकरास्तेकेलिएस्वीकृतिकोईनहींकराताहै।