बेटियों को रोजगार का जरिया दे रहीं दिव्यांग उषा

संतकबीरनगर:मजबूतइच्छाशक्तिवकुछहासिलकरनेकीजिदहोतोइंसानविपरीतहालातमेंभीरास्तानिकालहीलेताहै।ऐसाहीकुछकियाधर्मसिंहवाक्षेत्रकीमेंहदूपारकीरहनेवालीउषाने।नतोगरीबीरास्तारोकपाईऔरनहीदोनोंपैरोंकीदिव्यांगताउनकाहौसलाकमकरपाई।खुदबैसाखीकेसहारेचलनेवालीउषामेहनतवलगनकीबदौलतनसिर्फअपनेपैरोंपरखड़ीहुईबल्किसौसेअधिकलड़कियोंकोसिलाई,बुनाईवकढ़ाईकाप्रशिक्षणदेकरउनकोरोजगारकाजरियादिया।

भटौरानिवासीसुनीतानेएकवर्षपहलेप्रशिक्षणप्राप्तकिया।अबवहसिलाई-बुनाईकरकेआजीविकाचलारहींहैं।डेढ़सालपूर्वप्रशिक्षणलेनेवालीसांथाकीअफसानाखातूनभीआत्मनिर्भरहैं।झुड़ियाकीराधिकागांवकीबच्चियोंकोसिलाई-बुनाईसिखारहींहैं।इसीतरहलोहरसनकीजाहिराखातूनप्रशिक्षणकेंद्रसंचालितकररहींहैं।

शादीकेबादउषानेगरीबीसेमुकाबलाकरनेकेलिएपहलेसिलाई-बुनाईऔरकढ़ाईसीखकरखुदकोआत्मनिर्भरबनाया।इसकेबादपतिकेसाथगांवछोड़करबेलहरथानाक्षेत्रकेगनवरियाचौराहेपरकिरायेकामकानलिया।सिलाई-कढ़ाईसेंटरखोला।कामजबचलनिकलातोक्षेत्रकीगरीबबच्चियोंकोमुफ्तमेंप्रशिक्षणदेनाशुरूकिया।इससमयक्षेत्रकीसौसेअधिकबेटियांउनसेप्रशिक्षणपारहीहैं।लगभगइतनीहीलड़कियांप्रशिक्षणप्राप्तकरनेकेबादपैरोंपरखड़ाहोचुकीहैं।प्रशिक्षणकेलिएउषापैसानहींलेतीं।बेटियोंसेतैयारसामानसेजोकमाईहोजातीहैउसीसेखुशहैं।

सुबहघरकाकामकाजनिपटानेकेबाददोपहरवशामकोहुनरसिखातीहैं।गरीबीवबेरोजगारीसेतंगआचुकीउषाकेमनमेंछहवर्षपूर्वयहख्यालआयाकिखुदआत्मनिर्भरबननेकेसाथहीवहगरीबबेटियोंकोप्रशिक्षितकरेंगी।तभीसेवहइसअभियानमेंजुटीहैं।दिव्यांगताकोनहींमानतींकमजोरी

उषाकीशादी13वर्षपूर्वखलीलाबादतहसीलक्षेत्रकेमेंहदूपारकेसंतोषसेहुईथी।वहजन्मसेदिव्यांगहैं।उनकेदोबच्चेश्रुतिवसिद्धांतहैं।वहबच्चोंकोऊंचीशिक्षादिलानेकासपनापालेहुएहैं।कहतीहैंकिउन्होंनेकभीअपनेकोकिसीसेकमनहींमाना।ईश्वरनेहमेंइसीरूपमेंजबधरतीपरभेजातोहमइसेअभिशापक्योंमानें।शादीकेबादरोजी-रोटीकीसमस्याखड़ीहुईतोपतिनेसाथदिया।उन्हेंसिलाई-कढ़ाईसिखाया।खुदटेंपोचलाकरपरिवारकाभरणपोषणकरतेरहे।अबस्थितिबदलगईहै।वहऔरउनकेपतिनेठानलियाहैकिहमेंगरीबबच्चियोंकोहुनरसिखाकरसमाजमेंस्थापितकरनाहै।कुछलोगोंनेसाथभीदिया।

उषाकाकहनाहैकिबेटियांपढ़लिखकरचूल्हे-चौकेकेकार्योंमेंजुटजातीहैं।इससेउन्हेंदूसरोंकेआगेहाथफैलानापड़ताहै।अगरकला-कौशलसीखकरआत्मनिर्भरबनेंगीतोउनकोदूसरोंपरनिर्भरनहींरहनापड़ेगा।स्थानीयस्तरपरबेटियोंकोप्रशिक्षणदेकरउन्हेंआत्मनिर्भरबनानाहीमेरामकसदहै।