भारत के प्रमुख स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने कोविड मौत संबंधी डब्ल्यूएचओ रिपोर्ट पर सवाल उठाए
नयीदिल्ली,पांचमई(भाषा)देशकेशीर्षस्वास्थ्यविशेषज्ञोंनेविश्वस्वास्थ्यसंगठन(डब्ल्यूएचओ)द्वाराकोविड-19याइसकेप्रभावकेकारणभारतमें47लाखलोगोंकीमौतकाअनुमानलगानेकेलिएप्रयुक्त‘मॉडलिंग’पद्धतिपरबृहस्पतिवारकोसवालउठाए।इसकेसाथहीउन्होंनेकहाकिवेइससंबंधमेंवैश्विकस्वास्थ्यनिकायद्वाराअपनाएगएदृष्टिकोणसेनिराशहैंजो‘सबकेलिएएकहीनीतिअपनाने’केसमानहै।भारतीयआयुर्विज्ञानअनुसंधानपरिषद(आईसीएमआर)केमहानिदेशकबलरामभार्गव,नीतिआयोगकेसदस्य(स्वास्थ्य)वीकेपॉलऔरएम्सकेनिदेशकरणदीपगुलेरियासहितकईविशेषज्ञोंनेरिपोर्टकोअस्वीकार्यऔरदुर्भाग्यपूर्णबताया।डब्ल्यूएचओनेबृहस्पतिवारकोकहाकिपिछलेदोवर्षोंमेंलगभग1.5करोड़लोगोंनेकोरोनावायरससेयास्वास्थ्यप्रणालियोंपरपड़ेइसकेप्रभावकेकारणजानगंवाई।डब्ल्यूएचओकाअनुमानहैकिभारतमेंकोरोनावायरससंक्रमणसे47लाखलोगोंकीमौतहुई।पॉलनेडब्ल्यूएचओकीरिपोर्टकोखारिजकरतेहुएकहाकिभारतवैश्विकनिकायकोपूरीविनम्रतासेऔरराजनयिकचैनलोंकेजरिए,आंकड़ोंऔरतर्कसंगतदलीलोंकेसाथस्पष्टरूपसेकहतारहाहैकिवहअपनेदेशकेलिएअपनाईगईकार्यप्रणालीसेसहमतनहींहै।उन्होंनेकहा,"...अबजबकिसभीकारणोंसेअधिकमौतोंकीवास्तविकसंख्याउपलब्धहै,केवलमॉडलिंगआधारितअनुमानोंकाउपयोगकरनेकाकोईऔचित्यनहींहै।’’पॉलनेकहा,"...दुर्भाग्यसे,हमारेलगातारलिखने,मंत्रीस्तरपरसंवादकेबावजूद,उन्होंनेमॉडलिंगऔरधारणाओंपरआधारितसंख्याओंकाउपयोगचुनाहै।"उन्होंनेकहाकिभारतजैसेआकारवालेदेशकेलिएइसतरहकीधारणाओंकाइस्तेमालकियाजानाऔर"हमेंखराबतरीकेसेपेशकरनावांछनीयनहींहै।"राष्ट्रीयटीकाकरणतकनीकीपरामर्शसमूह(एनटीएजीआई)केअध्यक्षएनकेअरोड़ानेरिपोर्टकोबेहददुर्भाग्यपूर्णबतायाऔरकहाकिकईविकसितदेशोंकीतुलनामेंभारतकीमृत्युदर(प्रतिदसलाख)सबसेकमहै।बलरामभार्गवनेकहा,"महत्वपूर्णबातयहहैकिजबकोविडकीमौतेंहुईथीं,तोउससमयहमारेयहांमृत्युकीपरिभाषानहींथी।यहांतककिडब्ल्यूएचओकेपासभीइससंबंधमेंकोईपरिभाषानहींथी...।रणदीपगुलेरियानेभीरिपोर्टपरआपत्तिजताईऔरकहाकिभारतमेंजन्मऔरमृत्युपंजीकरणकीबहुतमजबूतप्रणालीहैऔरवेआंकड़ेउपलब्धहैंलेकिनडब्ल्यूएचओनेउनआंकड़ोंकाउपयोगहीनहींकियाहै।