Bihar Politics: सभी दलों के गले की हड्डी बनी जातीय जनगणना, नीतीश को तेजस्वी के अल्टीमेटम से बिहार की राजनीति में खलबली
आंदोलनकीतैयारीमेंमहागठबंधनकेघटकदल
आरजेडीनेतातेजस्वीयादवकेनेतृत्वमेंमहागठबंधन(Mahagathbandhan)केघटकदलइसमुद्देपरबड़ेआंदोलनकीतैयारीमेंहैं।एलानहोचुकाहै।जाहिरहै,इसकाश्रेयवहकिसीऔरकोनहींलेनेदेनाचाहतेहै।इससेसाफहैकिआनेवालेसमयमेंयहमुद्दाजोरपकड़सकताहै।बिहारमेंअभीचुनावनहींहै,लेकिनलालूप्रसादयादव(LaluPrasadYadav)नेअपनेइसअभियानमेंयूपीकेसमाजवादीपार्टीसमेतकुछअन्यदलोंकोभीशामिलकरलियाहै।
बिहारकेबाहरभीआंदोलनफैलानेकीकोशिश
आंदोलनकीआगकोबिहारकेबाहरभीफैलानेकीकोशिशकीजारहीहै।तेजस्वीयादवनेइसीनीयतसेदेशभरकेविभिन्नदलोंके33प्रमुखनेताओंकोपत्रलिखकरजातिगतजनगणनापरसमर्थनमांगाहै।
सीएमनीतीशकेसाथखड़ेएनडीएकेघटकदल
वोटरोंमेंपहुंचबढ़ानेकामाध्यममानरहेलालू
जातिगतजनगणनाकोलालूप्रसादयादव2010सेहीवोटरोंमेंपहुंचबढ़ानेकामाध्यममानरहेहैं।2015केविधानसभाचुनावकेपहलेउन्होंनेइसेजोर-शोरसेउठायाभीथा।बीजेपीकोभीवोटबचानेकीचिंताहै।यहीकारणहैकिमुख्यमंत्रीनीतीशकुमारकेनेतृत्वमेंप्रधानमंत्रीसेमुलाकातकेलिएजब23अगस्तकोबिहारसेसर्वदलीयप्रतिनिधिमंडलजारहाथा,तबउसमेंबीजेपीनेभीअपनेएकमंत्रीजनकरामकोप्रतिनिधिकेरूपमेंभेजाथा।विधानसभाऔरविधानपरिषदमेंभीसबनेएकस्वरसेजातिगतजनगणनाकासमर्थनकियाथा।