चीनी दुश्मनों को खदेड़ गांव लौटे सैनिक का सम्मान
रायबरेली:गलवनघाटीमेंचीनीसैनिकोंकोखदेड़बैसवारेकालालअपनेगांवपहुंचातोलोगोंनेउसकेसम्मानमेंपलकेबिछादी।माता-पिताहीनहींबल्किगांवकाहरव्यक्तिउसेसीनेसेलगानेकोआतुरदिखा।सैनिककेसम्मानमेंसाहित्यकारभीउसकेघरपहुंचे।
थानाक्षेत्रकेपूरेओरीमजरेसिघौरतारागांवकेधुन्नरप्रसादवसुषमायादवकाबेटाधीरेंद्रयादववर्ष2016मेंसेनामेंभर्तीहुआ।प्रशिक्षणकेबादपहलीपोस्टिगउसेअसममेंमिली।लेकिन,छहमाहबादउसेलेहकेदुर्बुकभेजदियागया।धीरेंद्रयादवनेबतायाकिमईमेंजबपेट्रोलिगकेसमयचीनीसेनासेझड़पहुईतोयहदुर्बुकमेंहीथा।इसकेबादमामलाठंडाहोनेपरइनकी16बिहाररेजीमेंटकोगलवनघाटीसेनीचेकीओररवानाकियागया।जूनमेंगलवनघाटीमेंचीनीसैनिकोंनेतंबूलगादिया।तभी16रेजीमेंटफौरनगलवनपहुंची।हमसभीसैनिकबॉर्डरपरपहुंचे।तभीचीनीसैनिकोंसेझड़पहोगई।लेकिन,दुश्मनकोपीछेहटनापड़ा।इसमेंवहभीघायलहोगयाथा।उसेलेहकेअस्पतालमेंभर्तीकरायागया।जहां26दिनकेबादस्वस्थहोनेपरछुट्टीदेदीगई।बतायाकिप्रधानमंत्रीलेहजाकरसभीसैनिकोंसेमिलेथे।बतायाकिएसेनाउसेमेडलभीदेनेजारहीहै।सैनिकजबगांवलौटातोमाता-पितावग्रामीणोंमेंखुशीकीलहरदौड़गई।साहित्यकारसतीशसिंहनेउनकेघरजाकरउन्हेंसम्मानितकिया।इसमौकेपरडॉ.अविनाशसिंह,जितेंद्रयादव,अयोध्याप्रसाद,शैलेंद्रयादव,बालकिशोर,विजयप्रतापसिंहआदिमौजूदरहे।