डब्ल्यूएचओ ने वायु प्रदूषण को तेजी से कम करने की अनुशंसा की

(लॉराकोर्लिन,टफ्ट्सयूनिवर्सिटी)मैसाचुसेट्स,23सितंबर(दकन्वरसेशन)वायुप्रदूषणदुनियामेंमौतकाचौथाबड़ाकारणहै,जिससेहरमिनटकरीब13लोगोंकीअसमयमौतहोतीहै।गैसऔरसूक्ष्मकणआपकेफेफड़ोंमेंगहरेतकजासकतेहैं,आपकेखूनमेंमिलसकतेहैंऔरकोशिकाओंकोनुकसानपहुंचासकतेहैं।भलेहीआपवायुप्रदूषकोंकोनहींदेखसकते,औरयहांतककिजबउनकास्तरदुनियाभरकेकईदेशोंद्वारानिर्धारितकानूनीसीमासेनीचेहै,तबभीवेगंभीरस्वास्थ्यसमस्याएंपैदाकरसकतेहैंजोहरउम्रकेलोगोंमेंकईअंगप्रणालियोंकोप्रभावितकरतेहैं।हालकेवर्षोंमेंइनस्वास्थ्यजोखिमोंकेबारेमेंवैज्ञानिकोंकीसमझमेंबहुतकुछबदलाहै।वायुप्रदूषणकास्तरजोकमलगताथावहअबजन्मकेसमयशिशुकेकमवजन,सांसकीसमस्या,हृदयरोगऔरअल्जाइमररोगजैसेखतरनाकस्वास्थ्यपरिणामोंसेजुड़ाहुआहै।टफ्ट्सविश्वविद्यालयमेंएकमहामारीविज्ञानीकेरूपमें,जोवायुप्रदूषणकेस्वास्थ्यप्रभावोंकाअध्ययनकरताहै,मैंवायुप्रदूषकोंसेहोनेवालेनुकसानकोस्वीकारकरताहूं।मैंवायुकीखराबगुणवत्ताकेसबसेज्यादासंपर्कमेंआनेवालेलोगोंकेसाथहोनेवालेअन्यायकोभीस्वीकारकरताहूं।फेफड़ों,दिलऔरअन्यअंगप्रणालियोंकोहोनेवालेनुकसाननयेवायुगुणवत्तादिशा-निर्देश2005केबादसेडब्ल्यूएचओकापहलाअपडेटहैं,औरप्रमुखवैज्ञानिक,चिकित्साऔरसार्वजनिकस्वास्थ्यसमाजकेसदस्यनएदिशा-निर्देशोंकेमहत्वाकांक्षीकार्यान्वयनकासमर्थनकरतेहैं।डब्ल्यूएचओनेपीएम2.5केसंपर्ककेलिएअपनीअनुशंसितसीमाकोआधाकरदियाहै,यहआमतौरपरकारों,ट्रकोंऔरहवाईजहाजोंसेउत्पन्नछोटेकणहोतेहैंऔरजंगलकीआगकेधुएंकाएकप्रमुखघटकहैं।संगठननेऔसतअधिकतमजोखिमकोप्रतिघनमीटर10माइक्रोग्रामप्रतिवर्षसेघटाकरपांचमाइक्रोग्रामकरदियाहै।इसनेगैसकेरूपमेंवायुमेंमौजूदप्रदूषकजैसेनाइट्रोजनडाइऑक्साइडकीसीमाकोलेकरभीसख्तीबरतीहैजोतबउत्पन्नहोताहैजबवाहनोंएवंऊर्जासंयंत्रोंमेंजीवाश्मईंधनजलाएजातेहैं।डब्ल्यूएचओनेअबनाइट्रोजनडाइऑक्साइडकेपूर्वस्तरको25प्रतिशतघटाकर40से10किलोग्रामप्रतिघनमीटरकरदियाहै।पीएम2.5स्तरकोप्रतिवर्षपांचमाइक्रोग्रामप्रतिघनमीटरतकघटानेसेबड़ेस्वास्थ्यलाभप्राप्तकिएजासकतेहैं।अनुसंधानदिखातेहैंकिगर्भावस्थाकेदौरानप्रतिघनमीटरप्रत्येकपांचमाइक्रोग्रामपीएम2.5केसंपर्कमेंआनेसेकमवजनकेशिशुकोजन्मदेनेकीआशंका4प्रतिशततकबढ़जातीहै।वयस्कतामें,यहीदरदिलसंबंधीसमस्याहोनेकी13प्रतिशतआशंकाकेसाथजुड़ीहुईहै,जैसेदिलकादौरापड़नाऔरह्रदयवाहिकासेसंबंधितमौत;फेफड़ोंकेकैंसरकीचारप्रतिशतबढ़नेकीआशंकाऔरअल्जाइमररोगकीआशंकादोगुनासेअधिकबढ़जातीहै।भारतजैसेदेशोंमें,पीएम2.5कीऔसतवार्षिकदरडब्ल्यूएचओकेनयेस्तरसेकरीब12गुनाअधिकहै।हालांकि,किसीभीदेशकेकानूनीवायुगुणवत्तामानकडब्ल्यूएचओअनुशंसाकेअनुरूपनहींहैं।डब्ल्यूएचओकेनएवायुगुणवत्तादिशानिर्देशसरकारोंकोऔसतवायुप्रदूषणजोखिमपरसीमानिर्धारितकरनेमेंमददकरसकतेहैंजोसभीकेस्वास्थ्यकीबेहतररक्षाकरसकतेहैं।दकन्वरसेशननेहामनीषामनीषा