देश को टीबी मुक्त बनाना है, तो एक्टिव केस की पहचान जरूरी
संवादसहयोगी,रूपनगर:स्वास्थ्यविभागकेपासटीबीकासफलइलाजसंभवहै।इसलिएअगरकोईटीबीकामरीजहै,तोउसेअपनीबीमारीछिपानेकेबजाएटेस्टकरवानेकेसाथबीमारीकीइलाजशुरूकरवानाचाहिए।सिविलसर्जनडा.परमिदरकुमारनेलोगोंकोजागरूककरतेहुएकहाकिस्वास्थ्यविभागने2025तकदेशकोटीबीसेमुक्तबनानेकालक्ष्यनिर्धारितकियाहै,लेकिनइसउद्देश्यकीपूर्तिकेलिएटीबीकेएक्टिवमरीजोंकीपहचानहोनावउनकास्वास्थ्यविभागकीगाइडलाइनकेअनुसारइलाजहोनाबहुतजरूरीहै।इसीउद्देश्यसेजिलारूपनगरमेंस्वास्थ्यविभागनेटीबीकेएक्टिवमरीजोंकीपहचानकेलिएविशेषअभियानशुरूकियाहै।अभियानकेतहतआशावर्कर्सघर-घरदस्तकदेकरटीबीकेशंकितमरीजोंकेमौकेपरसैंपलएकत्रितकररहीहैं,जोकिएकनवंबरतकजारीरहेगा।विशेषज्ञडा.कमलदीपकौरनेबतायाकिअगरकिसीव्यक्तिकोदोसप्ताहसेअधिकसमयतकखांसीरहनेकेसाथसाथशामकोहल्काबुखारमहसूसहोताहै,भूखकमलगतीहैतथाथूकमेंरक्तआनेलगताहै,तोयहसारेलक्षणटीबीहोनेकासंकेतहैं।इसीलिएमरीजकोटीबीकीदवाईरोजानास्वास्थ्यविभागकीनिगरानीमेंहीखिलाईजातीहैतथालोगोंसेअपीलकीकिटीबीकोहल्केमेंमतलें।