दुकानें बढ़ने के साथ उभरने लगा सोनपुर मेले का स्वरूप
संवादसहयोगी,सोनपुर:विश्वविख्यातहरिहरक्षेत्रमेलाकाधार्मिक,आध्यात्मिकवव्यापारिकस्वरूपउभरनेलगाहै।मेलाक्षेत्रअंतर्गतनिजीभूमितथामकानोंमेंविभिन्नप्रकारकीवस्तुओंकीदुकानेंलगायीजारही।मुजफ्फरनगरतथाउत्तरप्रदेशकेनीरपुरसेआयीगर्मकपड़ोंकीदुकानेंखुलचुकीहैं।नखाससेआगेदक्षिणकीओरदोनोतरफनिजीभूमिपरअनेकोंदुकानेंलगायीजारहीहै।
नखासकेपश्चिमचिड़ियाबाजाररोडकेदोनोंतरफलोहेकीबनीवस्तुओंकेअलावापापडी,रजाई,जूतेचप्पल,खिलौनेआदिकीदुकानेंभीसजगईहैं।इसीमार्गकेबगलमेंदूरतकफैलेलकड़ीबाजारकीरौनकभीलौटगयीहै।इसबाजारमेंएकसेबढ़करएकआकर्षकपलंग,टेबल,सोफासेट,डिनरटेबलतथाचौकीसेलेकरखड़ाउतकउपलब्धहै।जिलातथास्थानीयप्रशासनकासाराफोकसकार्तिकपूर्णिमास्नानपरहै।कार्तिकपूर्णिमास्नानकेलिएयहांआनेवालेलाखोंश्रद्धालुओंकोसुरक्षितस्नानकराकरकैसेवापसलौटायाजाएइसकीप्रशासनिककवायदचलरहीहै।सरकारीस्तरपरहरिहरक्षेत्रमेलालगाएजानेकीअनुमतिनहींमिलनेसेमेलाकीह्रदयस्थलीनखासमेंसन्नाटापसराहुआहै।जहांकुछफुटपाथदुकानदारोंनेअपनीदुकानेंलगाईहै।उधरलोअरबैलबाजारमेंबैलोंकाआगमनहोचुकाहै।कमसंख्यामेंहीसहीलेकिनयहबाजारभीगुलजारहोचुकाहै।घोड़ाबाजारगायबाजारआदिमेंसूनापनहै।दूसरीओरकार्तिकपूर्णिमास्नानकोलेकरयहांकेमठमंदिरोंमेंसाधुसंतोंकाआगमनहोरहाहै।लोकसेवाआश्रमकबीरमठधनुषकुटीरआश्रमआदिमेंदेशकेविभिन्नहिस्सोंसेसाधुसंतोंकापहुंचनाशुरूहोगयाहै।लोकसेवाआश्रमकेसंतविष्णुदासउदासीनमोनीबाबानेबतायाकार्तिकपूर्णिमाकीतिथिकोयहांपूजापाठभजनकीर्तनकेअलावाभव्यभंडाराकाआयोजनकियाजाताहै।साधुगाछीमेंकबीरपंथकेअलावाअन्यकईसंप्रदायोंकेशिविरलगाएजारहेहैं।नगरपंचायतकेस्तरपरमेलाक्षेत्रकेविभिन्नहिस्सोंमेंअस्थाईरेनबसेराकाबनवायाजारहाहै।घाटकेश्यामनेसुरक्षाके²ष्टिकोणसेबांसबल्लीसेघेराबंदीकिएजारहेहैं।बाबाहरिहरनाथमंदिरसेकालीघाटतकदोनोंतरफघेराबंदीकियागयाहै।मेलाक्षेत्रमेंचहल-पहलबनीहुईहै।------------------
-केवलनखासकोछोड़मेलाक्षेत्रमेंसजनेलगींदुकानें,यूपीसेपहुंचेव्यापारी
-प्रशासनकीप्राथमिकतासुरक्षितस्नानवश्रद्धालुओंकीवापसी