जालंधर में उद्यमियों ने कहा- नए इंडस्ट्रियल एरिया के बिना राइट टू बिजनेस एक्ट बे मायने साबित होगा
जालंधर[मनुपालशर्मा]।माइक्रो,स्मॉलएवंमीडियमइकाइयों(एमएसएमईसेक्टर)केलिएलागूकियागयादीपंजाबराइटटूबिजनेसएक्ट2020बिनानएअप्रूव्डऔद्योगिकक्षेत्रकेबेमायनेहीसाबितहोगा।जबतकपंजाबसरकारराज्यमेंनएऔद्योगिकक्षेत्र,इंडस्ट्रियलपार्क,फोकलप्वाइंटआदिस्थापनानहींकरतीहै,तबतकइसएक्टकासौफीसदफायदानहींमिलसकेगा।उद्यमियोंकीतरफसेअबयहमांगकीजारहीहैकिसरकारअपनेवादेकेमुताबिकपंजाबमेंजल्दनएऔद्योगिकक्षेत्रस्थापितकरे।जबतकनएअप्रूव्डऔद्योगिकक्षेत्रउपलब्धनहींहोंगे,तबतकनईऔद्योगिकइकाइयांस्थापितकरनासंभवहीनहींहोगा।प्रदेशकेउद्योगमंत्रीखुदनएऔद्योगिकक्षेत्रस्थापितकरनेकीघोषणाकईबारकरचुकेहैं।पंजाबराइटटूबिजनेसएक्ट2020मेंउद्यमियोंकोयहसुविधादीगईहैकिवहविभिन्नविभागोंसेलीजानेवालीअनुमतिकीजटिलप्रक्रियाकोसाढेतीनवर्षतकमेंनिपटा सकतेहैं,लेकिननईऔद्योगिकइकाईकीस्थापनाएवंउत्पादनतत्कालशुरूकरसकतेहैं।
स्पोर्ट्सगुड्समैन्युफैक्चरर्सएंडएक्सपोर्टर्सएसोसिएशनकेमहासचिवमुकुलवर्मानेकहाकिइसमेंकोईशकनहींहैकिराइटटूबिजनेसएक्टएकबड़ीराहतलेकरआयाहै।नईऔद्योगिकइकाईस्थापितकरनेऔरउत्पादनशुरूकरनेमेंशुरुआतीतौरपरकोईदिक्कतनहींहोगी।विभिन्नविभागोंसेलीजानेवालीअप्रूवलकीजटिलप्रक्रियाकोअबआरामसेनिपटायाजासकेगा।हालांकिएक्टकाफायदातभीमिलपाएगा,जबसरकारकीतरफसेनएऔद्योगिकक्षेत्रघोषितकिएजाएं।मुकुलवर्मानेकहाकिजमीनकीकिल्लतइतनीज्यादाहोचुकीहैकिकिसीभीऔद्योगिकइकाईकेलिएएक्सपेंशनहीभारीचुनौतीबनगईहै।नईउद्योगइकाईस्थापितकरनेकेलिएतोमौजूदाअप्रूव्डऔद्योगिकक्षेत्रोंमेंपर्याप्तजमीनहीनहींहै।
परमिंदरसिंहवधावनजानकारीदेतेहुए।
ग्लासकारोबारीपरमिंदरसिंहवधावननेकहाकिबीतेलंबेअरसेसेसरकारकीतरफसेकोईनयाऔद्योगिकक्षेत्रघोषितनहींकियागयाहै।सूक्ष्मइकाईस्थापितकरनेकेलिएभीसरकारीमूल्यपरजमीनऔरसुविधाएंउपलब्धनहींहै।राइटटूबिजनेसएक्टतोअच्छाहै,लेकिनकमसेकमसूक्ष्मस्तरकीइकाईस्थापितकरनेकेलिएसरकारकोऔद्योगिकक्षेत्रघोषितकरनाचाहिए।एक्टकाफायदाप्रत्येकवर्गकोमिले,इसकेलिएसरकारीअप्रूव्डऔद्योगिकक्षेत्रकाहोनाभीजरूरीहै।बिनाऔद्योगिकक्षेत्रकेकोईनईशुरुआतसंभवहीनहींहै।
कंवलसंधूजानकारीदेतेहुए।
बॉक्सफैक्ट्रीस्थापितकरनेकीयोजनाबनारहेकंवलसंधूनेकहाकिराइटटूबिजनेसएक्टसरकारकीएकअच्छीपहलहै।इससेनएउद्योगपतियोंकोप्रोत्साहनमिलेगा,लेकिनऔद्योगिकइकाइयांस्थापितकरनेकेलिएपर्याप्तसुविधाओंवालेअप्रूव्डऔद्योगिकक्षेत्रकाहोनाभीजरूरीहै।मौजूदासमयकेऔद्योगिकक्षेत्रमेंतोपर्याप्तजमीनहीउपलब्धनहींहै।अगरजमीनउपलब्धहैतोउसकेमूल्यहीआसमानछूरहेहैं।सरकारकोनएऔद्योगिकक्षेत्रघोषितकरनेचाहिए।