जिनके भरोसे बस में बैठते हैं, उनके स्वास्थ्य की नहीं किसी को परवाह, अनफिट चालक बन सकते हैं हादसे का कारण
धर्मशाला,राजेंद्रडोगरा।बसचालककितनाफिटहैइसकोलेकरवर्षमेंसड़कसुरक्षाअभियानकेदौरानहीपरिवहनविभागकोस्वास्थ्यजांचकीयादआतीहै।आलमयहहैकिज्यादातरचालकस्वास्थ्यजांचप्रक्रियासेतभीगुजरतेहैंजबउनकेलाइसेंसकीनवीनीकरणहोनाहोताहैयाफिरउन्हेंस्वास्थ्यसंबंधीकोईशिकायतपेशआतीहै।हालांकिपरिवहनविभागकेअधिकारियोंकेमुताबिकनियमोंकेअनुसारबसचालककोवर्षमेंएकबारअपनीस्वास्थ्यजांचकरवानीआवश्यकहै,ताकियेपताचलसकेकिचालकबसचलानेयोग्यहैयानहीं।लेकिनज्यादातरचालकउसीसमयअपनीस्वास्थ्यजांचकरवातेहैंजबउनकीलाइसेंसकीनवीनीकरणप्रक्रियाहोतीहै।
वहींनिजीबसऑपरेटरयूनियनोंकातर्कहैकिपरिवहनविभागकोकेवलसड़कसुरक्षाअभियानकेदौरानहीचालकोंकेस्वास्थ्यजांचकीयादआतीहै।चालकअपनेहीस्तरपरजांचकरवातेहैं।उधर,परिवहननिगमभीअपनेचालकोंकेलिएकभीकभारहीस्वास्थ्यजांचशिविरकाआयोजनकरताहै।
क्याकहतेहैंबसऑपरेटर्स
क्याकहतेहैंअधिकारी