किसी से भी हाथ मिलाने को क्यों तैयार हुई मायावती, पांच वजहें
लखनऊ।उत्तरप्रदेशविधानसभाचुनावमेंबहुजनसमाजपार्टीकीकरारीहारकेबादपार्टीकीमुखियामायावतीनेबड़ाबयानदियाहै।उन्होंनेकहाकिलोकतंत्रकीरक्षाकेलिएबीएसपीकिसीभीपार्टीसेगठबंधनकेलिएतैयारहै।बीएसपीसुप्रीमोमायावतीनेइसबयानकेजरिएअपनीपार्टीकोएकबारफिरसेखड़ीकरनेकीकोशिशकीहै।जिसतरहसेयूपीचुनावमेंपार्टीकोकरारीहारकासामनाकरनापड़ा,उसकेबादयेकयासलगनेलगेथेकिकहींदेशकीइसराष्ट्रीयपार्टीकाअस्तित्वहीखतरेमेंनपड़जाए।
यूपीचुनावमेंप्रदर्शनकेबादमायावतीनेबदलाअंदाज
यूपीचुनावमेंबीजेपीकीसुनामीकेआगेदूसरेदलोंकीएकनहींचली।भारतीयजनतापार्टीनेसहयोगियोंकेसाथमिलकरयूपीमें325सीटेंहथियाली।इननतीजोंकासीधानुकसानमायावतीकीपार्टीकोहुआ।2012मेंसत्तागंवानेवालीबीएसपीसुप्रीमोको2017मेंयूपीकीसत्तामेंलौटनेकीयोजनाबनाईहुईथी।उन्होंनेअपनीचुनावीरणनीतिभीइसीकोध्यानमेंरखतेहुएबनाया।हालांकिचुनावनतीजोंनेउनकीपूरीरणनीतिकोफेलकरदिया।प्रदेशमेंअपनीपार्टीकोजिंदारखनेकेलिएआखिरकारमायावतीकोआखिरीदांवचलनापड़ा...आखिरउनकेइसबयानकीक्यावजहेंहैं...पढ़िएआगे...
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