Lok Sabha Election 2019: बिखरे विपक्ष से कम हुई जयंत सिन्हा की बाधाएं
रांची,[आशीषझा]।LokSabhaElection2019-नागरिकउड्डयनमंत्रीजयंतसिन्हालगातारदूसरीबारझारखंडकेहजारीबागसेउड़ानभरनेकोतैयारहैं।इसबारबाधाएंपहलेसेकमहैं।कारणहैबिखराहुआविपक्ष।यहांभाजपाकोदोबारहराचुकीसीपीआइकोइसबारकांग्रेसकासाथनहींमिलाहै।दोनोंदलपूरीताकतसेलड़रहेहैं।
सीपीआइकीचर्चाइसलिएकियहांसेदोबारसीपीआइउम्मीदवारभुवनेश्वरप्रसादमेहताभाजपाकोपरास्तकरचुकेहैं।पिछलेचुनावमेंविपक्षकासाथनहींमिलनेपरभुवनेश्वरप्रसादमेहताकोमहज30326मतोंसेसंतोषकरनापड़ाथा।इसबारभीउन्हेंकिसीकासाथनहींमिलरहाहै।कांग्रेसकाइतिहासभीइतनामजबूतनहींरहाहै।
कांग्रेसकेलिएयहसीटकभीआसाननहींरहीहैऔरचारदशकोंमेंसिर्फएकबारइंदिरागांधीकीहत्याकेबादहुएचुनावमेंकांग्रेसकीजीतहुईथी।इसक्षेत्रकानेतृत्वकरचुकेपिछलेदससांसदोंमेंदोसीपीआइऔरएक-एककांग्रेसऔरजनतापार्टीकेरहेहैं।बाकीछहबारयहसीटभाजपाकेखातेमेंरहीहै।जयंतसिन्हाकेलिएपिछलीबारइससीटसेजीतबहुतआसानरही।
पितायशवंतसिन्हानेसांसदकेरूपमेंतीनटर्मपूराकरनेकेबादयहसीटबेटेजयंतकोसौंपदीथी।बादमेंयशवंतभाजपाकीकोरटीमकाविरोधकरनेलगे।लेकिनजब2019केलोकसभाचुनावकाआगाजहुआऔरउनकेपुत्रकोटिकटमिलातोवहचुप्पीसाधेहुएहैं।लगातारदूसरीपारीकेलिएजयंतकेसामनेबिखराहुआविपक्षहैतोगिनानेकेलिएकईकाम।
क्षेत्रमेंशिक्षा,चिकित्साऔरपरिवहनकेक्षेत्रमेंबड़ेकामहुएहैं।पहलीबारट्रेनचली,मेडिकलकॉलेज,इंजीनियरिंगकॉलेज,महिलाइंजीनियरिंगकॉलेज,कृषिअनुसंधानकेंद्रआदिखुलनेसेलोगोंकेसामनेदर्जनोंउदाहरणहैं।इससेबदलावकोमहसूसकियाजासकताहै,विकासकोसमझाजासकताहै।भाजपायहांविकासकेबूतेलड़रहीहै।
हालांकि,इसक्षेत्रसेउड़ानभरनेकालोगोंकासपनापूरानहींहोसकाहै।हवाईअड्डेकेलिएशिलान्यासकेबावजूदजमीनकाअधिग्रहणभीनहींहोसकाहै।दोबारकेसांसदऔरअनुभवीनेताभुवनेश्वरप्रसादमेहताकोइसचुनावमेंविपक्षीपार्टियोंखासकरकांग्रेस,राजद,झामुमोऔरझाविमोकासाथनहींमिलरहाहै।येपार्टियांआपसमेंमहागठबंधनबनाकरचुनावलड़रहीहैं।इसमेंवामपंथीदलोंकोजगहनहींदीगई।
ऐसेमेंमेहताकीहालतपतलीहैऔरउनसेबेहतरस्थितिमेंकांग्रेसदिखरहीहै।कांग्रेसकेउम्मीदवारगोपालप्रसादसाहूकेलिएयहक्षेत्रनयाहैऔरमहज15-20दिनोंकीतैयारियोंकेसाथउन्हेंअपनीताकतकाएहसासकरानाहै।इसकेलिएवहमेहनतभीकररहेहैंऔरलगातारक्षेत्रकाभ्रमणकररहेहैं।जातिगतसमीकरणसाहूकेपक्षमेंदिखरहाहै।
इनकेलिएपूर्वविधायकयोगेंद्रसावकीटीमपूरेदमखमसेमेहनतकररहीहै।बड़कागांवविधानसभाक्षेत्रसेकांग्रेसकोबढ़तदिलानेकीकोशिशहै।यहएकऐसाक्षेत्रहैजहांसर्वाधिकपरिवारविस्थापितहुएहैं।लगातारआंदोलनोंवपुलिसफायरिंगमेंलोगोंकीमौतकेबादस्थानीयसरकारसेएकवर्गकीनाराजगीहैऔरयहवर्गकांग्रेसकेपक्षमेंजातादिखरहाहै।
पूरेक्षेत्रमेंसावऔरसाहूबिरादरीकेलोगअबकांग्रेसउम्मीदवारकोजाननेलगेहैंलेकिनइससमुदायमेंभाजपाकीबड़ीपैठहैऔरकैडरवोटभी।इसलिएजातिगतआधारपरवोटकितनाकिसकेपक्षमेंजाएगा,कहनामुश्किलहै।डेढ़सेदोलाखकेबीचअल्पसंख्यकोंकावोटहैऔरयेबड़ेस्तरपरकांग्रेसकेसाथखड़ेदिखरहेहैं।
क्षेत्रमेंमॉबलिंचिंगकीघटनाऔरइसमेंनामजदलोगोंकोजमानतमिलनेकेबादमंत्रीजयंतसिन्हाद्वारामालापहनाकरस्वागतकियाजानाइससमुदायकोनहींभारहाहै।पिछलेचुनावमेंकांग्रेसउम्मीदवारको2.47लाखवोटमिलेथेऔरजयंतसे1.59लाखवोटसेउनकीहारहुईथी।
क्षेत्रमेंजातिगतसमीकरणकेसाथधनकाव्यापकपैमानेपरइस्तेमालहोनातयमानाजारहाहै।कांग्रेसकेकैंपकार्यालयसे22लाखरुपयेकीबरामदगीपार्टीऔरउम्मीदवारकेलिएएकबड़ाझटकाहै।होटलकेजिसकमरेसेपैसेबरामदहुए,वेकांग्रेसप्रत्याशीकेनामपरबुकथे।हालांकिइसप्रकरणमेंकोईपकड़ानहींगयाहै।
कौन-कौनकब-कबसांसद
2014:जयंतसिन्हा(भाजपा)
2009:यशवंतसिन्हा(भाजपा)
2004:भुवनेश्वरप्रसादमेहता(सीपीआइ)
1999:यशवंतसिन्हा(भाजपा)
1998:यशवंतसिन्हा(भाजपा)
1996:महावीरलालविश्वकर्मा(भाजपा)
1991:भुवनेश्वरमेहता(सीपीआइ)
1989:यदुनाथपांडेय(भाजपा)
1984:दामोदरपांडेय(कांग्रेस)
1980:कुंवरबसंतनारायणसिंह(जेएनपी)