माघ मरोज पर्व के लिए बकरों की खरीददारी तेज
संवादसूत्र,साहिया:अनूठीलोकसंस्कृतिकेलिएविख्यातजनजातिक्षेत्रजौनसार-बावरमेंजनवरीकेदूसरेसप्ताहसेएकमहीनेतकमाघ-मरोजपर्वकाजश्नचलेगा।इसकेलिएबकरोंकीखरीददारीतेजकरदीगईहै।दावतोंकादौरशुरूहोनेकेसाथहीपंचायतीआंगनलोकसंस्कृतिसेगुलजारहोजाएंगे।इसबारपर्वकीशुरुआत11जनवरीसेहोरहीहै।
माघमरोजपर्वकीवर्षोसेचलीआरहीपरंपराकेअनुसारइसकीशुरुआतबावरक्षेत्रसेहोतीहै।जहांपरकयलूमहाराजकेमंदिरमेंचुराचकेबकरेकीबलिकेसाथहीसमूचेजौनसार-बावरइलाकेमेंमाघ-मरोजपर्वकीविधिवतशुरुआतहोतीहै।माघ-मरोजनजदीकआतेहीक्षेत्रमेंबकरोंकीडिमांडबढ़गईहै।पर्वकोलेकरतैयारियांभीजोरोंपरहैं,हालतयहहैकितीसहजाररुपयेतककेबकरेबाजारमेंबिकरहेहैं।विकासनगर,कालसी,चकराताआदिक्षेत्रकेबाजारोंमेंमवेशीपालकसुडौलबकरेबेचनेकेलिएलाएहैं।पर्वकीशुरुआतसिद्धपीठश्रीमहासूदेवतामंदिरहनोलकेपासस्थितकयलूमहाराजमंदिरसेहोतीहै।कयलूमंदिरमेंकटनेवालेचुराचकेबकरेकामांसकाकुछहिस्साकिरमिरराक्षसकेनामपरटोंसनदीमेंबहायाजाताहै।नरभक्षीकहेजानेवालेकिरमिरराक्षसकेउत्पातसेक्षेत्रवासियोंकोमुक्तिमिलनेकीखुशीमेंजौनसार-बावरकीसभी39खतोंमेंमाघ-मरोजकाजश्नधूमधामसेमनायाजाताहै।माघ-मरोजपर्वपरअतिथिदेवोभव:कीपरंपराकापूरीतरहसेनिर्वाहकियाजाताहै।इसकेचलतेपूरेमहीनेदावतोंकादौरचलताहै।पंचायतीआंगनजौनसारीसंस्कृतिसेगुलजारहोजातेहैं।