मानसिक स्वास्थ्य के बिना अच्छे स्वास्थ्य की कल्पना मुश्किल : प्रो. टंकेश्वर कुमार

जागरणसंवाददाता,हिसार:कोरोनामहामारीकेचलतेजहांकुछलोगोंनेपरिवारकेसदस्योंकोखोयाहैवहींरोजगारसेभीहाथधोनापड़ाहै।ऐसेमेंलोगोंकेमानसिकस्वास्थ्यपरभीअसरपड़ाहै।इनपरिस्थितियोंकोध्यानमेंरखतेहुएगुरुजंभेश्वरविश्वविद्यालयकीराष्ट्रीयसेवायोजनाइकाईनेमानसिकस्वास्थ्यपरदूसरावेबिनारआयोजितकिया।

इसकार्यक्रममेंमुख्यातिथिकुलपतिप्रो.टंकेश्वरकुमारनेकहाकिबेहतरमानसिकस्वास्थ्यकेबिनाकुशलशारीरिकस्वास्थ्यकीकल्पनाकरनामुश्किलहै।आजकेदौरहमारेलिएखुशरहनामानसिकस्वास्थ्यकीसबसेबड़ीचाबीहै।

कुलपतिनेएनएसएसकीटीमकोशुभकामनाएंऔरकहाकिआजकावेबिनारवर्तमानदौरमेंसबसेज्यादाजरूरीहैराष्ट्रीयसेवायोजनाहरमुश्किलपरिस्थितिमेंसमाजमेंउदाहरणपेशकरतीहैं।उन्होंनेगुजविकोहरियाणामेंप्रथमरैंकिगएवंभारतमें28वास्थानपानेपरभीसभीकोबधाईदी।

कार्यक्रममेंकुलसचिवडा.अविनेशवर्मानेविशिष्ठअतिथिकेरूपमेंशिरकतकी।उन्होंनेस्वयंसेवकोंकोबधाईदेतेहुएकहाहमारीराष्ट्रीयसेवायोजनासराहनीयकार्यकररहीहै।

हरइंसानकोपताहोउसकीकार्यक्षमताक्याहै

कार्यक्रमकेमुख्यवक्तापीजीआईरोहतकमेंमनोरोगविशेषज्ञएवंदिल्लीमेंड्रग्सडिएडिक्शनसेंटरएवंलेडीहार्डिंगकालेजदिल्लीसेडा.दिनेशकटारियारहेउन्हेंस्वयंसेवकोंकोमानसिकस्वास्थ्यएवंमानसिकसेअवगतकराया।1.हरमनुष्यकोअपनीक्षमतापताहोनाचाहिएहमेंकुछकरनेसेपहलेहमारीकार्यकरनेकीक्षमतापताहोनाजरूरीहै।2डा.कटारियानेदूसरेघटककेबारेमेंजिक्रकरतेहुएकिहमेंपरेशानियोंकेसाथजीनाभीसीखनाचाहिएजैसेकोरोनामहामारीमेंहमनेसहनकियाहै3.हमेंजरूरतकेअनुसारकार्यकरनेचाहिएऔरहमेंवोकार्यकरनेकीजरूरतजिसकेपरिणामसमाजकेलिएअच्छेआएं।4हमारेअंदरइंसानियतकाहोनाजरूरीहै।उन्होंनेकहाहमतरीकेसेसोचतेहैंकिसतरीकेसेकार्यकररहेहैंवोभीहमारेमानसिकस्वास्थ्यकाअंगहै।आजमहामारीमेंहमनेहमारीआकांक्षाएंकोदबाकरहमलोगोंनेजीनासिखाहैबहुतसेबदलावहमनेहमारीदिनचर्यामेंकियेहै।कुछलोगअफवाहोंकेशिकारहुएतोकुछलोगलोगनशेकीतरफभीगए।

उन्होंनेबहुतसेमानसिकरोगोंपरएवंउनकेबचावपरभीबातचीतकी।उन्होंनेकहाहमेंखुदमेंबदलावलेकेआनाजरूरीहैहमेंसरकारकीगाइडलाइनकोपालनाकरनेकीजरूरतहैहमेंमिलकरसकारत्मकसोचकेसाथमहामारीसेलड़नाहैऔरआशाहैहमजल्दहीजीतेगें।कार्यक्रममेंडाविक्रमजीतसिंह,डा.सुनीलवर्मा,डा.अंजूगुप्तातथाडा.विजयपालवस्वयंसेवकभीमौजूदरहे।