न रात को आती है नींद, न दिन को चैन

नवादा।मलेरियाकेनियंत्रणहेतुविभागकाहरप्रयासअसफलसाबितहोरहाहै।मच्छरोंकेकारणफैलनेवालीइसबीमारीमेंहरवर्षकईलोगअपनाजानगवांदेतेहैं।यहरोगप्रोटोजुअनप्लाज्मोडियमनामकमादाएनोफिलीजमच्छरकेकाटनेसेहोताहै।आंकड़ोंपरध्यानदेंतोपूरेविश्वकी3.3अरबजनसंख्यामेंदर्जनोंऐसेदेशहैंजहांमलेरियाकाखतराहै।वर्ष2012मेंमलेरियाकेकारण6लाख27हजारलोगोंकीमृत्युहुईथी।जिसमेंअधिकतरअफ्रीकी,एशियाई,लैटिनअमेरिकीनागरिकशामिलहैं।बतादेंकिसरकारद्वारामलेरियासेनिपटनेकेलिएकईअभियानचलायागयापरंतुअभियानधरातलपरनहींउतरा।अभियानपरकरोड़ोंखर्चहुएपरइसकालाभलोगोंकोनहींमिला।जिलेमेंमलेरियाकाप्रकोपदिन-प्रतिदिनबढ़तेजारहाहै।मलेरियाकेमरीजोंकीसंख्यानिरंतरबढ़रहीहै।शहरीऔरग्रामीणक्षेत्रोंकेअस्पतालमेंज्यादामरीजबुखारकेपीड़ितमिलरहेहैं।अधिकतरमलेरियासेपीड़ितव्यक्तिग्रामीणक्षेत्रकेहैं।जिलेकेग्रामीणएवंशहरीअस्पतालोंमेंकमसेकमएकमरीजमलेरियारोगसेग्रसितमिलेहै।वर्ष2016में25464मरीजोंकीखूनजांचमें372मरीजोंमेंमलेरियापायागया।285पुरुषएवं87महिलाएंइसरोगसेग्रसितपाएगए।मलेरियाकाप्रकोपबढ़नेकासबसेमुख्यकारणमच्छरोंकाआतंकहै।मच्छरोंकेआतंकसेइनदिनोंजीनामुश्किलहोगयाहै।रातकीनींदगायबहोगईहै।दिनमेंभीचैननहींहै।मलेरियाकाप्रकोपबढ़नेकामुख्यकारणजलजमावहै।शहरसेलेकरगांवोंतकजलजमावकीसमस्याउत्पन्नहै।जलजमावकेकारणमच्छरोंकीसंख्याबढ़रहीहै।शहरमेंहुएजलजमावकेनिजातकेप्रतिनगरपरिषदकारवैयाउदासीनहै।अबबरसातआगई।अबहरजगहजमावहोनेलगाहै।हालातयहहैकिमच्छरकेकारणनरातमेंनींदआतीहै,नदिनकोचैनरहताहै।बढ़तेजारहेहैंआंकड़े

वर्ष2016मेंसदरपीएचसीमें547मरीजोंकीखूनजांचकीगई।एकपुरुषोंकापोजिटिवपायागया।ओबरामें1227मरीजोंकीजांचकीगई।पांचपुरुषएवंएकमहिलाकापोजिटिवनिकला।दाउदनगरमें804मरीजोंकाखूनजांचकियागयाजिसमें11पुरुषोंमेंमलेरियाकालक्षणपायागया।हसपुरामें2125मरीजोंकाजांचकियागयाजिनमें9पुरुषएवंपांचमहिलाओंमेंपोजिटिवमिला।गोहमें1386मरीजोंकीजांचमें11पुरुषएवंतीनमहिलाएंमेंमलेरियासेग्रसितमिली।रफीगंजमें1093मरीजोंकीजांचकीगईजिसमें9पुरुषएवंएकमहिलामेंपोजिटिवपायागया।मदनपुरमें5128कीजांचहुईजिसमें22पुरुष,7महिलाओंमेंमलेरियापायागया।देवमें2369मरीजोंमें39पुरुषएवं12महिलाओं,कुटुंबामें2066मरीजोंकीजांचमें38मेंमलेरियाकेलक्षणपाएगए।सदरअस्पतालमें4005मरीजोंकेखूनजांचकीगईजिसमें44पुरुषएवं11महिलाओंमेंमलेरियाकालक्षणपायागया।बढ़तीगईमरीजोंकीसंख्या

वर्ष2016कीअपेक्षा2017मेंमलेरियाकेमरीजोंकीसंख्यामेंवृद्धिहुईहै।सबसेज्यादावृद्धिदेवमेंहुईहैजहांमलेरियाकेकारणदोग्रामीणोंकीमौतहोगईहै।वर्ष2017मेंपूरेजिलेमें25324मरीजोंकेखूनकीजांचकीगई296पुरुषएवं129महिलाओंमेंमलेरियाकालक्षणपायागया।बारुणमें1227मरीजोंकेखूनकीजांचकीगई,छहमेंलक्षणमिला।ओबरामें3411कीजांचमें32,दाउदनगरमें971लोगोंकाजांचमेंनौ,हसपुरामें1418कीजांचमें28,गोहमें497कीजांचमें3,रफीगंजमें1315कीजांचमें11,मदनपुरमें3916कीजांचमें31,देवमें2658कीजांचमें51मरीजोंमेंमलेरियाकालक्षणमिला।कुटुंबामें1824मरीजोंकीजांचमें54,नवीनगरमें2019कीजांचमें55मेंमलेरियाकालक्षणपायागया।स्वीकृतपद80,कार्यरतमात्रचार

सदरअस्पतालस्थितमलेरियाविभागकाहालबेहालहै।भगवानभरोसेकार्यलयचलरहाहै।विभागमेंकर्मियोंकीकाफीकमीहै।स्वीकृतपद80हैपरंतुकार्यरतमात्रपांचहैं।पांचकर्मीमिलकर80कर्मियोंकाकामसंभालरहेहैं।उसीपांचमेंसेमलेरियापदाधिकारीजनार्दनप्रसादथेजिनकास्थानांतरणकरदियागया।अबहालातयहहैकिचारकर्मीमिलकरविभागकाकार्यभालदेखरहेहैं।सहायकमलेरियापदाधिकारीएककीजगहशून्य,मलेरियानिरीक्षकचारकीजगहशून्य,लिपिकदोकीजगहमात्रएकसुनीलकुमारकार्यरतहैं।बुनियादीस्वास्थनिरीक्षकका11पदस्वीकृतहैपरंतुएकभीकार्यरतनहींहैं।सभीपदरिक्तपड़ाहै।मलेरियाकेलक्षण-

-पेटयामांसपेशीमेंदर्दहोना

-कंपकंपीदेकरबुखारआना

-थकानमहसूसहोना

-काफीपसीनाआना

-उल्टीऔरदस्तहोना

-त्वचाकापीलापन

-दिलमेंतेजधड़कनआना

-सिरमेंदर्दहोनामलेरियासेबचावकेउपाय

-मच्छरोंकोपनपनेसेरोकें

-रातकेसमयमच्छरदानीकाउपयोगकरें

-नियमितरुपसेदवाकासेवनकरें।कर्मियोंकीकमीसेपरेशानीहोतीहै।रिक्तपदकीजानकारीप्रत्येकमाहविभागकोदीजातीहै।अबतकबहालीनहींकीगईहै।मलेरियाकाप्रकोपबढ़रहाहै।लोगोंकोअपनेघरोंकेआसपासपानीनहींजमाहोनेदेनाचाहिए।सभीपीएचसीएवंरेफरलअस्पतालमेंमलेरियाजांचकीसुविधाउपलब्धहै।दवाभीउपलब्धहै।मरीजोंकोजांचकेउपरांतदवादीजातीहै।

अमरेंद्रनारायणझा

सीएससदरअस्पताल,औरंगाबाद।