NEERI की जांच तकनीक पर एम्स के आरडीए का दावा, 100 रुपये से भी होगी कोरोना की जांच
एम्समेंयहशोधएनेस्थीसियावमेडिसिनविभागकेरेजिडेंटववरिष्ठडाक्टरोंनेमिलकरकियाथा।आरडीएनेअपनेपत्रमेंकहाहैकि50मरीजोंकेसैलाइनसेगार्गलकराकरसैंपललिएगएथे।गार्गलसेसैंपललेनाआसानहै।इसलिएशोधकामकसदयहपतालगानाथाकिगार्गलसेसैंपललेनाआरटीपीसीआरजांचकेलिएकारगरहैयानहीं।जांचमेंयहनाक-मुंहसेस्वैबलेनेकेबराबरहीअसरदारपायागया।पिछलेसालजूनमेंइसशोधकोआइसीएमआरकेसमक्षप्रस्तुतकरनेपरएकदूसराशोधकरनेकेलिएकहागया।उसेभीअक्टूबर2020मेंपूराकरसौंपाजाचुकाहै।नीरीकाप्रयासबधाईकापात्रहै,उसकाशोधअभीजर्नलमेंप्रकाशितहोनाबाकीहै।लेकिनएम्सकेशोधकोनजरअंदाजकरनाडाक्टरोंकामनोबलतोड़नेवालाहै।यदिआइसीएमआरनेपहलेइसशोधपरध्यानदियाहोतातोएकसालमेंकरोड़ोंरुपयेबचाएजासकतेथे।
नीरीकीखोजसेजांचहुईआसान:डॉ.कृष्णखैरनार
नीरीकेपर्यावरणीयवायरोलॉजीविभागकेविभागाध्यक्षडॉ.कृष्णखैरनारनेकहाकिएम्सकाशोधसिर्फसैलाइनगार्गलसेसैंपललेकरजांचकरनेतकसीमितथा।जांचकेलिएबाजारमेंउपलब्धआरटीपीसीआरजांचकिटकाइस्तेमालकियाथा।एम्सअपनीशोधकोआगेनहींबढ़ापाया।विदेशोंमेंभीस्लाइनगार्गलसेसैंपललेनेकीतकनीकपरशोधहुएहैं,जबकिनीरीनेएकऐसासॉल्यूशन(द्रव्य)तैयारकियाहै,जिसकेइस्तेमालसेवायरसकेआरएनएकोअगलकरनेकेलिएमौजूदासमयमेंइस्तेमालकीजानेवालीआरटीपीसीआरकिटकीजरूरतनहींपड़ती।
उन्होंनेबतायाकिगार्गलकोरसायनमेंमिलकरट्यूबमेंआधेघंटेतककमरेकेतापमानपररखदियाजाताहै।इसकेबादउसे90डिग्रीसेल्सियसपरगर्मकरनेपरआरटीपीसीआरजांचकेलिएसैंपलसेआरएनएमिलजाताहै।यहबिल्कुलनईतकनीकहै।इसेआइसीएमआरनेस्वीकृतदीहैऔरकेंद्रीयस्वास्थ्यमंत्रीनेभीतारीफकीहै।इससेजांचकाशुल्क100रुपयेसेभीसस्ताहोजाएगा।