नक्सल क्षेत्र की महिलाएं बन रही स्वावलंबी

औरंगाबाद।महिलाओंकोस्वावलंबीबनानेएवंसमाजकोएकनईदिशादेनेमेंसीआरपीएफनेजिसतरहसेअपनीभूमिकानिरंतरनिभातेआईहैवोबेहदसराहनीयहै।सुरक्षाकेसाथसामाजिकसरोकारमेंअहमभूमिकानिभानेकीजिम्मेवारीसीआरपीएफनेबखूबीनिभाईहै।गुरुवारकोसीआरपीएफबटालियनडी153नेअतिनक्सलप्रभावितक्षेत्रस्थितभलुआहीकैंपमेंमहिलाओंकेबीचमेंसिलाईमशीनकावितरणकिया।इसकेलिएनागरिकसहायताकार्यक्रमकेबैनरतलेएककार्यक्रमकाआयोजनकियागया।अध्यक्षताइंस्पेक्टरसुभाषचांदनेकी।कार्यक्रममेंमुख्यअतिथिकेरूपमें153बटालियनकेकमांडेंटसौरभकुमारचौधरीने13महिलाओंकेबीचमेंसिलाईमशीनकावितरणकरतेहुएकहाकि,अबमहिलाएंविकासकेगाड़ीपरसवारहोचुकीहैंऔरहरक्षेत्रमेंअपनापरचमलहरारहीहै।यहसिलाईमशीनसिर्फघरकीशोभाकीवस्तुनहींहैअपितुस्वावलंबनकेलिएअहमजरियाहै।इससेमहिलाओंकाआत्मविश्वासबढ़ेगाऔरसमाजकोएकनईदिशाप्रदानहोगी।उन्होंनेकहाकिसीआरपीएफनक्सलक्षेत्रकेयुवकयुवतियोंकोहमेशाआगेबढ़ानेकेलिएअनेकप्रकारकेकार्यक्रमकाआयोजनकरउन्हेंअवसरप्रदानकरतीहै।ताकिवोसमाजकेमुख्यधारासेजुड़ेऔरअपनेसमाजकोसार्थकदिशामेंलेजाएं।नक्सलीकभीनहींचाहतेहैकि,सुदूरवर्तीपहाड़ीक्षेत्रकेबच्चेंपढ़लिखकरआगेबढ़ेताकिवेउनकेऊपरशोषणकरसकेंऔरअपनेस्वार्थकोपूराकरसकें।नागरिकसहायताकार्यक्रमकेजरियेसीआरपीएफकीएकअनोखीपहलहै,जिसकेजरियेनक्सलप्रभावितक्षेत्रयुवाओंकेबीचस्वरोजगारकासृजनहोसकेऔरआत्मनिर्भरहोकरदूसरोंकोप्रेरितकरेंऔरसमाजकेतरक्कीमेंअहमयोगदानदें।कंपनीकमांडरसुभाषचंदनेबतायाकिनागरिकसहायताकार्यक्रमकेतहतएकमहीनेकासिलाईप्रशिक्षणकार्यक्रमकाआयोजनकियागयाथा,जिसकेतहतमहिलाएंखुदकेपैरोंपरखड़ेहोसकें।उसकेबादआज13महिलाओंवयुवतियोंकेबीचमेंसिलाईमशीनकावितरणकियागया।अवसरपरडीसीनरेंद्रकुमार,सीआरपीएफचिकित्साप्रभारीप्रमोदकुमार,ढिबराथानाध्यक्षसाकेतसौरभ,छुछियादुलारेपंचायतकेमुखियाप्रतिनिधिविकासयादव,पैक्सअध्यक्षराजेंद्रयादव,सरपंचरामाशीषयादव,अखिलेशपासवान,सीतारामपासवान,चनारिकयादव,छोटूयादवसमेतसैकड़ोंलोगमौजूदरहे।