पांच बार बदला 'मौत के अस्पताल' का ठिकाना

जागरणसंवाददाता,कन्नौज:अवैधनर्सिंगहोममेंहोनेवालीमौतोंकेजिम्मेदारजितनेइनअस्पतालोंकेसंचालक-डॉक्टरहैं।उतनाहीदोषीस्वास्थ्यमहकमाभीहै।येकहनाकतईगलतनहींहोगाकिजनपदमेंजितनेभी'मौतकेअस्पताल'संचालितहोरहेहैं,येसभीस्वास्थ्यविभागकेरहमोकरमपरहीफल-फूलरहेहैं।कार्रवाईनहोनेकीवजहसेलगातारऐसेअस्पतालोंकीसंख्यामेंइजाफाहोरहाहै।इसकाउदाहरणममतापोलीक्लीनिकएंडहास्पिटलहै।इसअवैधहास्पिटलकीसंचालिकानेनजानेकितनेबच्चोंऔरप्रसूताओंकीजानलेली।इसकेबादभीयेपांचबारबदला'मौतकेअस्पताल'संचालितहोतारहा।चारसालमेंकरीबपांचबारयेअस्पतालखुलाऔरबंदहुआ।जब-जबयेखुलातब-तबलोगोंकोअपनीजानसेहाथधोनापड़ा।इसकेबादभीस्वास्थ्यविभागलापरवाहबनारहा।अवैधहास्पिटलकासंचालितहोनास्वास्थ्यमहकमेकीकार्यशैलीपरप्रश्नचिन्हलगाताहै।छहमार्चतिर्वाअवैधतरीकेसेचलरहेममतापोलीक्लीनिकएंडहास्पिटलमेंप्रसवकेकुछघंटेबादपट्टीपवोरागांवनिवासीरीनादेवीपत्नीकमलेशराजपूतकीमौतहोगईथी।कब-कबबंदऔरखुलामौतकाअस्पताल

2015मेंकन्नौजकेपालचौराहापरजच्चा-बच्चाकीमौत,दुकानमेंतोड़फोड़

2016मेंनथापुर्वागांवकेबीचमहिलाकीमौतपरसमझौता,दुकानखाली

2016मेंअन्नपूर्णानगरमेंजच्चा-बच्चाकीमौतमेंसमझौता,मकानखाली

2017मेंकस्बेकेडाकघरवालीगलीमेंबच्चाकीमौत,मुकदमा

2018मेंबरधइयारोडअशोकनगरमेंबच्चाकीमौतपरतोड़फोड़,दुकानखाली

2019मेंजवाहरनगरस्थितएककॉम्प्लेक्समेंसंचालित,रीनादेवीकीमौतपरसीलकार्रवाईसिर्फअफसरोंकेबयानोंतकसीमित:बिनापंजीकरणकेसंचालितहोरहेअस्पतालोंमेंजबभीकोईमौतहोतीहैतोप्रशासनऔरस्वास्थ्यविभागकेअफसरऐसेअस्पतालोंकेखिलाफअभियानचलाकरकार्रवाईकीबातकहतेहैं।मगरअफसोसकार्रवाईकीबातसिर्फउनकेबयानोंतकहीसीमितरहतीहै।लिहाजाऐसेअस्पतालचलानेवालोंकेहौसलेबुलंदहैं।स्वास्थ्यविभागकीमानेमेंतोजनपदमेंकरीब24प्राइवेटअस्पतालोंकापंजीयनहै।बाकीसभीअवैधहैं।इसबारभीरीनादेवीकीमौतकेबादअफसरोंनेअवैधअस्पतालोंकेखिलाफकार्रवाईकीबातकहीहै।अबवोकार्रवाईकरतेहैंयानहीं,येतोसमयबताएगा।