River Front Scam Lucknow : गोमती रिवरफ्रंट घोटाला में रूप सिंह यादव व राजकुमार यादव की 24 तक कस्टडी रिमांड मंजूर

लखनऊ,जेएनएन।राजधानीलखनऊमेंगोमतीरिवरफ्रंटघोटालेमेंशुक्रवारकोगिरफतारसिंचाईविभागकेपूर्वचीफइंजीनियरतथाकल्र्कराजकुमारयादवकीपुलिसकस्टडीरिमांडमंजूरकरलीगईहै।शुक्रवारकोसीबीआइनेपूर्वचीफइंजीनियरकेसाथहीसिंचाईविभागकेक्लर्कराजकुमारयादवकोभीपकड़ाहै।इनदोनोंआरोपितोंको24नवंबरतकपुलिसकस्टडीरिमांडमंजूर।अबसीबीआइदोनोंआरोपितोंरूपसिंहयादवऔरराजकुमारसेपूछताछकरेगी।

अखिलेशयादवकीसरकारकेकार्यकालमेंलखनऊमेंगोमतीनदीपरबनेरिवरफ्रंटमेंबड़ेघोटालेमेंअबगिरफ्तारीशुरूहोगईहै।इसघोटालेकीजांचकररहीसीबीआइनेसिंचाईंविभागकेपूर्व चीफइंजीनियररूपसिंहयादवकोशुक्रवारकोगिरफ्तारकरलियाहै।पहलेरूपसिंहयादवसेलंबीपूछताछकीगईथी। रूपसिंहयादवकेसाथवरिष्ठसहायकराजकुमारकोभीसीबीआईनेअरेस्टकियाहै।आरोपितकेखिलाफदिसंबर2017मेंसीबीआइनेरिपोर्टदर्जकराईथी।रूपसिंहयादवकोसीबीआइनेकोर्टमेंपेशकियागयाहै,जहांसुनवाईचलरहीहै।अबइसघोटालेकेअन्यआरोपितोंकीभीगिरफ्तारीकीतैयारीहै।

सीबीआईनेरिवरफंडघोटालेमेंआठइंजीनियरकेखिलाफरिपोर्टदर्जकराईथी,जिनमेंचारसेवानिवृत्तहोचुकेथे।यहकार्यवाहीप्रमुखसचिवगृहकेलिखितआदेशपरहुईथी।सीबीआइलखनऊकीएंटीकरप्शनटीमइसप्रकरणकीजांचकररहीथी।राज्यसरकारनेतीनसालपहलेघोटालेकीजांचसीबीआईसेकरानेकीसंस्तुतिकीथी।गौरतलबहैकिअप्रैल2017मेंप्रदेशसरकारनेरिवरफ्रंटघोटालेकीन्यायिकजांचकेआदेशदिएथे।इसमेंहाईकोर्टकेसेवानिवृत्तन्यायाधीशआलोकसिंहकमेटीकेअध्यक्षथे।

कमेटीनेवित्तीयअनियमितताकीजांचकीथी।इसकेबाद19जूनकोगोमतीनगरथानेमेंसिंचाईविभागकेअधिशासीअभियंताडॉअंबुजद्विवेदीनेधोखाधड़ीवअन्यधाराओंमेंरिपोर्टलिखवाईथी।इसीएफआइआरकेआधारपरसीबीआइनेतत्कालीनमुख्यअभियंताएसएनशर्मा,काजिमअली,गुलेशचंद,तत्कालीनअधीक्षणअभियंता(संपत्ति)शिवमंगलयादव,अखिलरमन,कमलेश्वरसिंह,रूपसिंहयादववअधिशासीअभियंतासुरेंद्रयादवकेखिलाफरिपोर्टदर्जकीथी।छानबीनमेंदागीकंपनियोंकोनिर्माणकार्यदेनेकीबातसामनेआईथी।

अखिलेशयादवकीसरकारकेकार्यकालमेंलखनऊमेंगोमतीनदीकेतटपरबनेरिवरफ्रंटकोसमाजवादीपार्टीकाड्रीमप्रोजेक्टबतायागयाथा।कुछसौकरोड़कायहप्रोजेक्टकईहजारकरोड़खर्चहोनेकेबादभीपूरानहींहोसका।भाजपाकीसरकारआनेकेबादइसकीप्रारंभिकजांचकेबादकेससीबीआइकेहवालेकरदियागया।सीबीआइनेभीबीतेवर्षनवंबरतकजांचपूरीकरलीथी।अबवहइसघोटालेकेबड़ेजिम्मेदारोंपरअपनाशिकंजाकसरहीहै।सीबीआइनेशुक्रवारकोसिंचाईविभागकेपूर्व चीफइंजीनियररूपसिंहयादवकोरिवरफ्रंटघोटालेमेंगिरफ्तारकियाहै।इसकेसाथहीअबसत्ताकेकरीबीरहेदोबड़ेआईएएसअफसरभीघेरेमेंहैं।

केंद्रीयजांचब्यूरो(सीबीआइ)ने1500करोड़रुपयेकेलखनऊकेगोमतीरिवरफ्रंटघोटालेमें सिंचाईविभागकेपूर्वचीफइंजीनियररूपसिंहयादवकोशुक्रवारकोगिरफ्तारकरलिया।योगीआदित्यनाथसरकारनेइसघोटालेकीजांचकेलिएइलाहाबादहाईकोर्टकेरिटायर्डजस्टिसआलोकसिंहकीअध्यक्षतामेंकमेटीबनाईथी।इसकमेटीनेघोटालेकीरिपोर्टसरकारकोसौंपीथी।जिसकेबादचीफइंजीनियररहेरूपसिंहयादवसमेतसिंचाईविभागकेकईइंजीनियर,ठेकेदारोंकेखिलाफलखनऊपुलिसनेएफआईआरदर्जकी।उत्तरप्रदेशसरकारनेमामलासीबीआईकोभेजदियाथा,जिसकेबाद24नवंबर2017कोसीबीआईनेइसमामलेमेंएफआईआरदर्जकरजांचशुरूकरदीथी।इसकरोड़ोंकेइसघोटालेमेंरूपसिंहयादवकेखिलाफईडीनेभीमनीलॉन्ड्रिंगकीएफआईआरदर्जकीथी।बीतेवर्षरूपसिंहयादवकीसंपत्तिभीईडीनेअटैचकीथी।इसघोटालेमेंपुलिसकेसाथईडीवसीबीआइनेकेसदर्जकियाथा।इनमेंतत्कालीनचीफइंजीनियरगोलेशचन्द्रगर्ग,एसएनशर्मा,काजिमअली,शिवमंगलसिंह,कमलेश्वरसिंह,रूपसिंहयादववसुरेन्द्रयादवहैं।यहसभीसिंचाईविभागकेइंजीनियरहैं,जिनकेखिलाफजांचचलरहीहै।

सीबीआइनेबीतेवर्षरिवरफ्रंटघोटालेमेंसीबीआईकीप्रारंभिकजांचपूरीकरलीथी।सीबीआईकीप्रारंभिकजांचमेंटेंडरदेनेमेंघपलेकेसबूतमिलेहैं।गोमतीरिवरफ्रंटकेलिएअखिलेशयादवसरकारने1513करोड़स्वीकृतकिएथे.जिसमेंसे1437करोड़रुपयेजारीहोनेकेबादभीमात्र60फीसदीकामहीहुआथा।इसमामलेमेंआधादर्जनइंजीनियरोंकाफंसनातयहै।इनसभीइंजीनियरोंकानामसीबीआईकीपहलेदर्जएफआईआरमेंभीहै।इसघोटालेमेंदोवर्षपहलेगोमतीनगरथानेमेंदर्जएफआईआरकेआधारपरसीबीआईनेएफआईआरदर्जकीथी।

इसप्रोजेक्टका95फीसदीबजटजारीहोनेकेबादभी40फीसदीकामअधूरारहा।इसमामलेमें2017मेंयोगीआदित्यनाथसरकारनेन्यायिकजांचकेआदेशदिएथे।इसमेंआरोपहैकिडिफाल्टरकंपनीकोठेकादेनेकेलिएटेंडरकीशर्तोंमेंबदलावकियागयाथा।पूरेप्रोजेक्टमेंकरीब800टेंडरनिकालेगएथे,जिसकाअधिकारचीफइंजीनियरकोदेदियागयाथा।इसघोटालेमेंयोगीआदित्यनाथसरकारनेमई2017मेंरिटायर्डजजअलोककुमारसिंहकीअध्यक्षतामेंन्यायिकआयोगसेजांचकराई।इसजांचरिपोर्टमेंकईखामियांउजागरहुईं।इसकेबादरिपोर्टकेआधारपरयोगीसरकारनेसीबीआईजांचकेलिएकेंद्रकोपत्रभेजदिया।

इसमामलेमें19जून2017कोगौतमपल्लीथानामें8केखिलाफअपराधिककेसदर्जकियागया।नवंबर2017मेंभीईओडब्ल्यूनेभीजांचशुरूकरदी।दिसंबर2017मामलेकीजांचसीबीआईकेपासचलीगईऔरसीबीआईनेकेसदर्जकरजांचशुरूकी।दिसंबर2017मेंहीआईआईटीकीटेक्निकलजांचभीकीगई।इसकेबादसीबीआईजांचकाआधारबनातेहुएमामलेमेंईडीनेभीकेसदर्जकरलिया।

अखिलेशयादवकीसरकारकेकार्यकालमेंलखनऊमेंगोमतीनदीकेतटपरबनेरिवरफ्रंटकोसमाजवादीपार्टीकाड्रीमप्रोजेक्टबतायागयाथा।कुछसौकरोड़कायहप्रोजेक्टकईहजारकरोड़खर्चहोनेकेबादभीपूरानहींहोसका।भाजपाकीसरकारआनेकेबादइसकीप्रारंभिकजांचकेबादकेससीबीआइकेहवालेकरदियागया।सीबीआइनेभीबीतेवर्षनवंबरतकजांचपूरीकरलीथी।अबवहइसघोटालेकेबड़ेजिम्मेदारोंपरअपनाशिकंजाकसरहीहै।

इसघोटालेमेंपुलिसकेसाथईडीवसीबीआइनेकेसदर्जकियाथा।इनमेंतत्कालीनचीफइंजीनियरगोलेशचन्द्रगर्ग,एसएनशर्मा,काजिमअली,शिवमंगलसिंह,कमलेश्वरसिंह,रूपसिंहयादववसुरेन्द्रयादवहैं।यहसभीसिंचाईविभागकेइंजीनियरहैं,जिनकेखिलाफजांचचलरहीहै।

सीबीआइनेशुक्रवारकोसिंचाईविभागकेचीफइंजीनियररूपसिंहयादवकोरिवरफ्रंटघोटालेमेंगिरफ्तारकियाहै।इसकेसाथहीअबसत्ताकेकरीबीरहेदोबड़ेआईएएसअफसरभीघेरेमेंहैं।

सीबीआइनेबीतेवर्षरिवरफ्रंटघोटालेमेंसीबीआईकीप्रारंभिकजांचपूरीकरलीथी।सीबीआईकीप्रारंभिकजांचमेंटेंडरदेनेमेंघपलेकेसबूतमिलेहैं।गोमतीरिवरफ्रंटकेलिएअखिलेशयादवसरकारने1513करोड़स्वीकृतकिएथे.जिसमेंसे1437करोड़रुपयेजारीहोनेकेबादभीमात्र60फीसदीकामहीहुआथा।इसमामलेमेंआधादर्जनइंजीनियरोंकाफंसनातयहै।इनसभीइंजीनियरोंकानामसीबीआईकीपहलेदर्जएफआईआरमेंभीहै।इसघोटालेमेंदोवर्षपहलेगोमतीनगरथानेमेंदर्जएफआईआरकेआधारपरसीबीआईनेएफआईआरदर्जकीथी।

इसप्रोजेक्टका95फीसदीबजटजारीहोनेकेबादभी40फीसदीकामअधूरारहा।इसमामलेमें2017मेंयोगीआदित्यनाथसरकारनेन्यायिकजांचकेआदेशदिएथे।इसमेंआरोपहैकिडिफाल्टरकंपनीकोठेकादेनेकेलिएटेंडरकीशर्तोंमेंबदलावकियागयाथा।पूरेप्रोजेक्टमेंकरीब800टेंडरनिकालेगएथे,जिसकाअधिकारचीफइंजीनियरकोदेदियागयाथा।

इसघोटालेमेंयोगीआदित्यनाथसरकारनेमई2017मेंरिटायर्डजजअलोककुमारसिंहकीअध्यक्षतामेंन्यायिकआयोगसेजांचकराई।इसजांचरिपोर्टमेंकईखामियांउजागरहुईं।इसकेबादरिपोर्टकेआधारपरयोगीसरकारनेसीबीआईजांचकेलिएकेंद्रकोपत्रभेजदिया।

इसमामलेमें19जून2017कोगौतमपल्लीथानामें8केखिलाफअपराधिककेसदर्जकियागया।नवंबर2017मेंभीईओडब्ल्यूनेभीजांचशुरूकरदी।दिसंबर2017मामलेकीजांचसीबीआईकेपासचलीगईऔरसीबीआईनेकेसदर्जकरजांचशुरूकी।दिसंबर2017मेंहीआईआईटीकीटेक्निकलजांचभीकीगई।इसकेबादसीबीआईजांचकाआधारबनातेहुएमामलेमेंईडीनेभीकेसदर्जकरलिया।