सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का दर्जा मिलने के बाद भी सुविधाएं नदारद

मधुबनी।लदनियांपीएचसीको30बेडवालेसामुदायिकस्वास्थ्यकेंद्रकादर्जातोवर्षोंपूर्वमिलगयाथालेकिनयहांस्वास्थ्यसुविधाएंअबभीनदारदहैं।रोगियोंकोमजबूरीवशनिजीनर्सिंगहोमकाहीसहारालेनापड़ताहै।चिकित्सकोंएवंस्वास्थ्यकर्मियोंकेअभावमेंरोगियोंकोभारीकठिनाइयोंसेगुजरनापड़ताहै।चिकित्सासंसाधनोंकेअभावमेंसीएचसीमेंउपलब्धस्वास्थ्यसुविधाएंनहींरहनेसेचिकित्सकोंऔरमरीजोंकोभारीपरेशानीकासामनाकरनापड़ताहै।चिकित्सकोंवकर्मियोंकीस्थितिलदनियांसीएचसीमेंमेडिकलइंचार्जसहित11स्थाईएमबीबीएसचिकित्सकपदसृजितहै।संविदापर4एमबीबीएस,4आयुषचिकित्सकऔरएकदंतचिकित्सककापदसृजितहै।यहांमहिलाचिकित्सककापदसृजितनहींहै।यहीकारणहैकिसुरक्षितएएनएमकेसहारेमहिलाओंकोप्रसवनहींकरायाजाताहै।यहीकारणहैकिअधिकांशमहिलाप्रसूतिकोरेफरकरदियाजाताहै।यहांकालाजार,मलेरिया,टीवी,एड्सऔरब्लडसुगरसमेतपांचबीमारीकाजांचहोताहै।दवाओंकीउपलब्धताफार्मासिस्टअश्विनीकुमारकेअनुसारआउटडोरयानीबाह्यरोगियोंकेलिएकुल55प्रकारकीदवाएंसरकारद्वाराउपलब्धकराईजातीहैं।इनमेंअभीअस्पतालमें40प्रकारकेदवाएंउपलब्धहैं।आइपीडीमेंकुल113प्रकारकीदवाएंहैजिनमे15प्रकारकीकंज्यूमलदवाअभीहै।अन्य50प्रकारकीअभीउपलब्धहै।35दवाएंनहींहै।एक्स-रेमशीनबंदएक्स-रेमशीनविशेषज्ञकेअभावमें10दिनोंसेबंदहै।लैबटेक्नीशियनलालबाबूयादवकाकहनाहैकिइसलैबमेंटीबी,कालाजार,मलेरिया,एड्स,ब्लडसुगरकीजांचहोरहीहै।सीबीसीमशीनसरकारद्वाराउपलब्धकराईगईहै।एनलाइजर4लाखकीहै।लेकिनडाटावाइलनहींरहनेकेकारणजांचनहींकीजातीहै।बायोकेमिकलजांचयानीयूरिया,क्रिएटिनिनएसजीपीटी,ओटीकीदवाहै।एनलाइजरभीहैयूपीएसखराबरहनेसेजांचनहींहोपारहीहै।नयायूपीएसउपलब्धकरानेकेलिएजिलाकोलिखाजाचुकाहै।

कहतेहैंप्रभारीचिकित्सापदाधिकारीडॉ.कुमारअमनकाकहनाहैकिसीएचसीमेंकुल11स्थायीएमबीबीएसकापदहैजिनमेंएकस्थाई10एमबीबीएसकापदरिक्तहै।चारसंविदाएमबीबीएसपदहैं,जिनमेंएकसंविदाआयुषचिकित्सकहैं।तीनसंविदाआयुषचिकित्सककापदरिक्तहै।एकदन्तचिकित्सकहैं।

एएनएमएग्रेड18परसृजितहैंजिसमेएकनर्सहै।बीग्रेडनर्समें24में4पदस्थापितहै।संविदापर21नर्सकापदहैजिसमे9पदस्थापितहैं।