सौहार्द का वातावरण न होने से बढ़ता तनाव

दुमका:संतालपरगनाकॉलेजकेमनोविज्ञानविभागद्वारासंचालितमानसिकस्वास्थ्यपरामर्शकेंद्रमेंमंगलवारकोविश्वस्वास्थ्यदिवसमनायागया।

केंद्रकेनिदेशकसहविभागकेशिक्षकडॉ.विनोदकुमारशर्मानेकहाकिजिसगतिसेविकासकीबातेंहोरहीहैंउतनीईमानदारीसेलोगोंकोनातोस्वास्थ्यकेसकारात्मकपहलुओंसेअवगतकरायाजाताऔरनाकमखर्चमेंइलाज।विश्वस्वास्थ्यसंगठननेस्वास्थ्यकीपरिभाषामेंनाकेवलशारीरिक,मानसिक,सामाजिकरोगमुक्तिसेस्वास्थ्यसंबंधकोजोड़ाहैबल्किआध्यात्मिकपहलूकोभीमजबूतहोनामानाहै।जिससेविचारवसंस्कारोंमेंसंव‌र्द्धनहो।इसदृष्टिसेउन्नतस्वास्थ्यकेलिएयेचारतत्वपौष्टिकआहार,विविधक्रियाएं,वातावरणवमनोविज्ञानपरध्यानदेनेकीजरूरतहै।स्वास्थ्यवर्धकभोजनवव्यायामकानाहोना,प्रदूषणयुक्तवातावरण,फास्ट-फूडकाव्यवहारसाधारणपेटदर्दसेलेकरकैंसरतककीअनगिनतबीमारियोंकोनिमंत्रणदेरहाहै।ऐसेमेंगर्भवतीमांनाकेवलकुपोषितबच्चेकोजन्मदेरहीहैबल्किविकलांगबच्चेभी।सौहार्दपूर्णवातावरणकेनाहोनेसेमानसिकतनावकाबढ़नालाजमीहै।यहकईघातकमानसिकविकृतियोंकोउत्पन्नकरताहै।चिता,विषाद,फोबिया,हिस्टीरिया,मल्टीप्लपर्सनालिटीडिसऑर्डर,ओसीडीजैसेमनोविक्षिप्तमनोविकारसेलेकरशिजोफ्रेनिया,पैरानोइयावमूडडिसऑर्डरजैसेमनस्तापकेरोगकोउत्पन्नकरताहै।नकारात्मकचितनआध्यात्मकोनैतिकतासेदूरकरदेताहै।अधर्मकामार्गप्रशस्तकरताहै।जोमानवताकादुश्मनबनजीनेलगताहै।डॉ.पुष्पलतानेकहाकिस्वास्थ्यतंदुरुस्तरहेइसकेलिएहमेंभोजनवव्यायामजरूरीहै।इसकीजागरूकतागांव-गांववशहर-शहरहोनीचाहिएजिससेहमस्वास्थ्यरहेंऔरमस्तरहें।

डॉ.कलानंदठाकुरनेकहाकिमानसिकवआध्यत्मिकस्वास्थ्यपरविशेषध्यानदेनेकीजरूरतहै।

कार्यक्रमकासंचालनछात्रदशरथमहतोवधन्यवादज्ञापनडॉ.किलिशमरांडीनेकिया।