श्रीबंशीधर नगर अनुमंडल के दर्जनभर केंद्रों पर 15 से होगी धान की खरीद
संवादसूत्र,श्रीबंशीधरनगर(गढ़वा):धानअधिप्राप्तिकोलेकरअनुमंडलपदाधिकारीजयवर्धनकुमारनेसभीप्रखंडविकासपदाधिकारी,सभीप्रखंडसहकारिताप्रसारपदाधिकारी,सभीअंचलपदाधिकारीवजिलासहकारिताप्रसारपदाधिकारीकेसाथबैठककी।इसमेंधानअधिप्राप्तिसेसंबंधितआवश्यकनिर्देशदियागया।बतायागयाकिकिइसवर्षधानकीखरीदारीभारतीयखाद्यनिगमकीओरसे15नवंबरसेशुरूहोगा।सभीप्रखंडविकासपदाधिकारीयोंकोनिर्देशदियागयाकिधानअधिप्राप्तिकेलिएचयनितस्थलोंपरपेयजल,शौचालयवशेडकीव्यवस्थाकरानासुनिश्चितकरें।सभीप्रखंडविकासपदाधिकारीअपने-अपनेप्रखंडकेलिएधानअधिप्राप्तिकेनोडलपदाधिकारीरहेंगे।प्रत्येकधानअधिप्राप्तिकेंद्रपरप्रखंडस्तरसेजनसेवकयापंचायतसेवककोटैगकियाजाएगा,जोयहसुनिश्चितकरेंगेकिधानअधिप्राप्तिमेंकिसीप्रकारकीअनियमिततानाहो।सभीप्रखंडविकासपदाधिकारीयोंकोनिर्देशदियागयाकिवेअपने-अपनेप्रखंडमेंरिक्तप्रखंडसहकारिताप्रसारपदाधिकारीकेपदपरप्रभारीपदाधिकारीकेरूपमेंकिसीपदाधिकारीकोनामितकरेंगे।प्रखंडविकासपदाधिकारीयोंद्वाराबतायागयाकिगतवर्षअन्यप्रखंडोंकेकिसानोंद्वाराअपनारजिस्ट्रेशनस्थानांतरितकरधानकीविक्रीकिएजानेकोलेकरस्थानीयकिसानोंद्वारानाराजगीजताईगईथी।अनुमंडलपदाधिकारीद्वाराबतायागयाकिइससंबंधमेंउपायुक्तसेअनुरोधकियाजाएगाकिऐसीव्यवस्थाकीजाएकीसंबंधितकिसानअपने-अपनेप्रखंडमेंहीधानकीबिक्रीकरसकें।
अनुमंडलमेंखुलेगा12धानक्रयकेंद्र,11हजारकिसानोंकाहोगानिबंधनबैठकमेंधानअधिप्राप्तिकेलिएसभीप्रखंडविकासपदाधिकारियोंने12धानक्रयकेंद्रखोलनेकाप्रस्तावदिया।किसानोंसेधानक्रयकरनेकेलिएश्रीबंशीधरनगरमेंदो,खरौंधीमेंदो,केतारमेंएक,भवनाथपुरमेंदो,विशुनपुरामेंएक,रमनामेंएक,सगमामेंदोवधुरकीप्रखंडमेंएकधानक्रयकेंद्रखोलेजाएंगे।सभीप्रखंडविकासपदाधिकारियोंवप्रखंडसहकारिताप्रसारपदाधिकारियोंकोनिर्देशदियागयाकिअपने-अपनेक्षेत्रकेछूटेहुएसुयोग्यकिसानोंकानिबंधनआगामी20नवंबरतककरानासुनिश्चितकरें।ताकिछूटेहुएकिसानभीअपनीउपजबेचसकें।उपस्थितसभीप्रखंडविकासपदाधिकारियोंनेआगामी20नवंबरतककुल11हजारछूटेहुएकिसानोंकानिबंधनकरानेकीबातकही।श्रीबंशीधरनगरमें2500,खरौंधीमें1000,केतारमें1000,भवनाथपुरमें1500,विशुनपुरामें1000,रमनामें1500,सगमामें1000वधुरकीमें1500छूटेहुएकिसानोंकानिबंधनकरायाजाएगा।मौकेपरजिलासहकारिताप्रसारपदाधिकारीगढ़वा,खरौंधी,श्रीबंशीधरनगर,भवनाथपुरवसगमाकेप्रखंडविकासपदाधिकारीएवंसभीप्रखंडोंकेप्रखंडसहकारिताप्रसारपदाधिकारीउपस्थितथे।