समाज सुधार के लिए धर्म से जुड़ने का लिया गया संकल्प

संसू,सत्तरकटैया(सहरसा):प्रखंडमुख्यालयस्थितदिव्यजाग्रतिसंस्थानपरिसरमेंरविवारकोविभिन्नपंचायतकेजनप्रतिनिधियों,राजनीतिकदलकेनेताओंवग्रामीणोंकीएकबैठकआयोजितकीगई।संस्थानप्रभारीस्वामीयादवेन्द्रानंदकीअध्यक्षतामेंआयोजितबैठकमेंमार्चकेप्रथमपक्षमेंनौदिवसीयभागवतकथाकेआयोजनरखनेपरसर्वसम्मतिसेसहमतिबनी,जबकिसमाजकेसुधारकेलिएधर्मसेजुड़नेतथाधर्मकेमार्गपरचलनेकासंकल्पलियागया।

इसमौकेपरस्वामीकपिलदेवानंदजी,सुकर्मानंदजी,पूर्वजिलापार्षदप्रवीणआनंद,बरहशेरकेपूर्वमुखियाचंद्रशेखरठाकुर,सुकुमारयादव,बारामुखियाप्रमोदयादव,रंजीतसिंहबबलू,सुरेशकुमार,विशनपुरपंचायतकेमुखियाप्रतिनिधिसरोजयादव,बिजलपुरकेमुखियापतिसुधांशुकुमार,सत्तरपंचायतकेमुखियाप्रतिनिधिसंजयकुमार,जयशंकरसिंह,बिजलपुरसरपंचअमीनसाहब,यशोधरठाकुर,पवनसुतिहार,पूर्वसमितिदिनेशयादव,अरविदसिंह,अजयसाह,विष्णुदेवयादव,डॉदिनेशयादव,दिगंबरयादव,विधानचंद्रराय,सत्रुघ्नचौधरी,बालेश्वरयादव,ललनयादव,अरविदयादव,अलेन्द्रयादव,दामोदरयादव,गंगेशयादवआदिमौजूदथे।

जासं,सहरसा:गायत्रीशक्तिपीठमेंरविवारकोव्यक्तित्वपरिष्कारसत्रकाआयोजनकियागया।युवाओंकोसंबोधितकरतेहुएडा.अरूणकुमारजायसवालनेकहा-जीवनमेंसबसेज्यादाखुशरहनाजरूरीहै।जोप्रसन्नरहतेहैं,वेस्वस्थरहतेहैं।वेअपनेजीवनमेंसबकुछपालेतेहैंजोपानाचाहतेहैं।क्योंकिखुशीबांटनेसेबढ़ताहैऔरबटोरनेसेबिखरजाताहै।उसीतरहप्रेमभीबांटनेसेबढ़ताहैऔरबटोरनेसेबिखरजाताहै।हमारेव्यवहारमेंथोड़ीउदारताहो,थोड़ीसहनशीलताहो।कहाकिआजकाव्यक्तिविचारोंसेकैदहैदीवारोंसेनहीं।एकपाठशालाऐसाहैजहांकोईदीवारनहींहैवहहैवहजीवनकीपाठशालाहै।जीवनकीपरीक्षाकाकोईतिथितयनहींहोतीप्रत्येकक्षणपरीक्षाहोतीहै।इसीलिएसफलहोनेकेलिएकुशलऔरपरेशानियोंकोदूरकरनेकेलिएसक्षमबनें।उन्होंनेकहाकिप्रात:कालजगनेसेस्मृति,धृति,मेधाऔरप्रज्ञाकाजागरणहोताहै।इसीलिएप्रात:कालकोस्वर्णिमकालकहागयाहै।डा.अव्हिनवशेट्टीजायसवालनेयुवाओंकोसंबोधितकरतेहुएकहाबच्चेअपनेइर्दगिर्दकेवातावरणसेसबकुछसीखतेहै।मोबाइलजरूरीहैपरजबवोकिसीऔरचीजकीजगहलेलेताहैतोवोखतरनाकहै।उन्होंनेकहाकिशुरुआतमेंमानवदोनोंहाथोंसेकामकरनेवालाहोताथा।परधीरेधीरेएकहिस्सासुस्तहोनेलगा।योगविद्याएवंप्राकृतचिकित्सासंस्थानकेडा.शैलेशकुमारनेकहाहमजीवनजीनेकीकलाभूलगएहैंप्रकृतिसेदूरहोतेचलेजारहेहैं।इसअवसरपरललनकुमारसिंह,नवलसिंह,मोहनभगत,रामचंद्रसिंह,संजूदेवी,मनीषा,मधु,जयंती,मनीषासिंहउमाचौधरीआदिमौजूदथे।