वीके सिंह ने बताया 'परमवीर' योगेंद्र यादव की बहादुरी का किस्सा
नईदिल्लीदेशभरमें17वेंकरगिलविजयदिवसकाजश्नमनायारहाहै।यहतारीखकरगिलयुद्धमेंपाकिस्तानपरभारतीयसेनाकीशानदारजीतकीगवाहहै।करगिलविजयकासाराश्रेयउनजांबांजोकोजाताहै,जिन्होंनेयुद्धमेंअदम्यसाहसकापरिचयदियाऔरजानतककीपरवाहनहींकी।इन्हींमेंसेएकजांबांजऔरपरमवीरचक्रविजेताग्रेनेडियरयोगेंद्रसिंहयादवकीकहानीखुदकेंद्रीयविदेशराज्यमंत्रीऔररिटायर्डआर्मीचीफजनरलवीकेसिंहनेबताई।अपनीएकफेसबुकपोस्टमेंउन्होंनेलिखा,'घातककमाण्डोपलटनकेसदस्यग्रेनेडियरयादवकोटाइगरहिलकेबेहदअहमतीनदुश्मनबंकरोंपरकब्ज़ाकरनेकादायित्वसौंपागयाथा।ग्रेनेडियरयादवनेस्वेच्छासेआगेबढ़करउत्तरदायित्वसंभालाजिसमेउन्हेंसबसेपहलेपहाड़परचढ़करअपनेपीछेआतीटुकड़ीकेलिएरास्ताबनानाथा।कुशलतासेचढ़तेहुएकमाण्डोटुकड़ीगंतव्यकेनिकटपहुंचीहीथीकिदुश्मननेमशीनगन,RPG,औरग्रेनेडसेभीषणहमलाबोलदियाजिसमेंभारतीयटुकड़ीकेअधिकांशसदस्यमारेगएयातितरबितरहोगए,औरस्वयंयादवकोतीनगोलियांलगीं।मैंचाहूंगाकीकमज़ोरदिलवालेइसकेआगेनपढ़ें।'देखें:करगिलयुद्धमेंपाकिस्तानसेछीनकरजीतलेआएयेपरमवीरवीकेसिंहनेआगेलिखा,'पहाड़केऊपरपहुंचनेकेबाददुश्मनकीभारीगोलाबारीनेउनकास्वागतकिया।अपनीदिशामेंआतीगोलियोंकोअनदेखाकरकेदुश्मनकेपहलेबंकरकीतरफयादवनेधावाबोलदिया।उन्होंनेअपनीजानकीपरवाहनकरतेहुएउसीबंकरमेंछलांगलगादी,जहांमशीनगनको4सदस्योंकाआतंकीदलचलारहाथा।ग्रेनेडियरयादवनेअकेलेउनसबकोमौतकेघाटउतारदिया।ग्रेनेडियरयादवकीसाथीटुकड़ीजबउनकेपासपहुंची,तोउसनेपायाकियादवकाएकहाथटूटचुकाथाऔरकरीब15गोलियांलगचुकीथीं।ग्रेनेडियरयादवनेसाथियोंकोतीसरेबंकरपरहमलाकरनेकेलिएललकाराऔरअपनीबेल्टसेअपनाटूटाहाथबांधकरसाथियोंकेसाथअंतिमबंकरपरधावाबोलकरविजयप्राप्तकी।'ग्रेनेडियरयादवकोपरमवीरचक्रदिएजानेसेसंबंधितएकबेहददिलचस्पकिस्साहै।उसकेबारेमेंभीजनरलवीकेसिंहनेबताया।उन्होंनेलिखा,'विषमपरिस्तिथियोंमेंअदम्यसाहस,जुझारूपनऔरदृढ़संकल्पकेलिएउन्हेंमरणोपरांतपरमवीरचक्रसेनवाजागया।समस्याबसइतनीथीकिग्रेनेडियरयोगेंद्रसिंहयादवइसअविश्वसनीययुद्धमेंजीवितबचगएथेऔरउन्हेंअपनेमरणोपरांतपुरस्कारकासमाचारअस्पतालकेबिस्तरपरठीकहोतेहुएमिला।विजयदिवसपरग्रेनेडियरयोगेंद्रसिंहयादवजैसेमहावीरोंकोमेरासलाम,जिन्होंनेकारगिलयुद्धमेंभारतकीविजयसुनिश्चितकी।'योगेंद्रसिंहयादवइसवक्त18ग्रेनेडियर्सबटालियनमेंसूबेदारकेपदपरतैनातहैं।परमवीरचक्रसम्मानदिएजातेसमयउनकीउम्रमहज19सालथी।परमवीरचक्रपानेवालेवहसबसेयुवासैनिकहैं।उनकेपिताकरणसिंहयादवसेनाकीकुमांऊरेजिमेंटमेंथे।उन्होंनेदेशकीओरसे1965और1971केभारत-पाकिस्तानयुद्धमेंहिस्सालियाथा।