बेसन वल मर्च कैसे बनते हैं

सहरसा। स्वास्थ्य संबंधी कारणों से चुनाव दायित्व से मुक्ति हेतु आवेदन करनेवाले कर्मियों का मेडिकल बोर्ड द्वारा मंगलवार को भी स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। जिला निर्वाचन पदाधिकारी कौशल कुमार के निर्देश पर सिविल सर्जन द्वारा गठित चिकित्सा परिषद ने दूसरे दिन प्रथम एवं द्वितीय मतदान पदाधिकारियों के अस्वस्थता एवं अपंगता संबंधी आवेदनों के आधार पर संबंधित कर्मियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया। अस्वस्थता और दिव्यांगता के कारण 175 प्रथम एवं द्वितीय मतदान पदाधिकारियों ने चुनाव दायित्व से मुक्ति का आवेदन दिया था। मेडिकल बोर्ड में 137 कर्मी उपस्थित हुए, जांचोपरांत बोर्ड से 97 कर्मियों को चुनाव कार्य संपादित करने के लिए अयोग्य करार दिया, जबकि 40 को पूरी तरह योग्य ठहराया। कार्मिक कोषांग के प्रधान सहायक कुंदन सिंहा ने बताया कि अयोग्य करार दिए गए कर्मियों की सूची जिला निर्वाचन पदाधिकारी के समक्ष प्रस्तुत किया जा रहा है। बताया कि बुधवार को तृतीय मतदान पदाधिकारियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा। मंगलवार को प्रथम एवं द्वितीय मतदान पदाधिकारी तथा बुधवार को तृतीय मतदान पदाधिकारियों व दंडाधिकारियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा। इस चिकित्सा परिषद में सदर अस्पताल उपाधीक्षक डा. एसपी विश्वास, सामान्य रोग विशेषज्ञ डा. रतन कुमार झा, हड्डी रोग विशेषज्ञ डा. के. के मधुप, सर्जन डा. एसके आजाद और स्त्री रोग विशेषज्ञ डा. अमृता आनंद शामिल हैं।

नेता प्रतिपक्ष बोले- मुझे बुलाइए, मैं बताऊंगा

नेताप्रतिपक्षतेजस्वीयादवअबमुख्यमंत्रीनीतीशकोज्ञानदेरहेहैं।तेजस्वीनेकहाकिएककॉपीऔरकलमपासरखकरमुझेबुलाइए,मैंबताऊंगाकिबिहारके

बिना संसाधन कैसे काम करेंगी निगरानी समितियां

जागरणसंवाददाता,टिनिच,बस्ती:गांवोंमेंतेजगतिसेकोरोनासंक्रमणकीआशंकाओंकोरोकनेवसचजाननेकेलिएसरकारनेनिगरानीसमितियोंकागठनकरघर-घर

मां के बाद अब 17 दिन का बेटा कोरोना पॉजिटिव,

17दिनकेबच्चेकाइलाजकैसेहोयहस्वास्थ्यमहकमेकेलिएसबसेबड़ीचुनौतीहै,क्योंकिइसदौरानड्रिपभीलगानापड़ताहैऔरदवाइयांभीदेनीपड़तीहै।का